तिरुवनंतपुरम, 29 अप्रैल । केरल में अनुभवी पार्टी नेता और सत्तारूढ़ वाम संयोजक ईपी जयराजन के भाजपा में शामिल होने की अटकलों पर केरल सीपीआई (एम) एक बैठक कर रही है। इस बीच भाजपा के एक टॉप नेता ने बयान जारी कर कहा कि जयराजन ने तीन बार मुलाकात की थी। लेकिन जयराजन ने इस बात का खंडन किया है।
अलप्पुझा से भाजपा की उम्मीदवार शोभा सुरेंद्रन पार्टी की उस टीम का हिस्सा हैं जिसे दूसरे दलों से लोगों को भाजपा में शामिल कराने का काम सौंपा गया है।
सोमवार को मीडिया से बात करते हुए शोभा सुरेंद्रन ने कहा कि जयराजन और जाने-माने पावर ब्रोकर टीजी नंदकुमार के बीच तीन बैठकें हुईं।
शोभा सुरेंद्रन ने आरोप लगाया कि पहली मुलाकात उनकी बहन के बेटे के घर पर, दूसरी दिल्ली में और तीसरी त्रिशूर में सरकारी गेस्ट हाउस में हुई थी।
शोभा सुरेंद्रन ने कहा, “ये बैठकें जनवरी 2023 से शुरू हुईं। जब हम दिल्ली में बात कर रहे थे, तो जयराजन के पास एक फोन आया और उसके बाद वह घबरा गए। मैं मानती हूं कि फोन करने वाले मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन थे।”
शोभा सुरेंद्रन ने कहा, ”मैं जयराजन को मेरे इन बयानों के लिए मेरे खिलाफ मामला दर्ज करने की चुनौती देती हूं।”
इस बीच सोमवार सुबह सीपीआई (एम) की बैठक के लिए पहुंचे जयराजन ने मीडिया से कहा कि शोभा सुरेंद्रन के सभी दावे झूठे हैं।
जयराजन ने कहा, “मुझे वह महिला (शोभा सुरेंद्रन) कभी पसंद नहीं आई और मैं उनसे कभी नहीं मिला। मैंने उनसे फोन पर भी कभी बात नहीं की है। मुझे संदेह है कि इस सब में एक गहरी साजिश है।”
अब, सभी की निगाहें सीपीआई (एम) राज्य सचिवालय की बैठक के नतीजे पर है।
मुख्यमंत्री विजयन सहित, पार्टी के कई शीर्ष नेताओं ने जयराजन प्रकरण पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है, खासकर उनके इस खुलासे के बाद कि उन्होंने वरिष्ठ भाजपा नेता प्रकाश जावड़ेकर से मुलाकात की थी।
सीपीआई (एम) को सबसे ज्यादा निराशा इस बात से हुई कि उन्होंने 26 अप्रैल को मतदान के दिन इसका खुलासा किया।
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