पंजाब सरकार द्वारा नशे के खिलाफ शुरू की गई मुहिम के तहत कल नाभा ब्लाक के गांव साधोहेड़ी में एक नशा तस्कर के घर पर पीली पंचायत हुई, लेकिन मौके पर ही गांव की पंचायत ने दया के आधार पर परिवार के सदस्य का मकान गिरने से बचा लिया। क्योंकि यह परिवार बहुत गरीब परिवार है और इनकी तीन बेटियां भी हैं जो पढ़ाई कर रही हैं।
इस अवसर पर एसबीडी पटियाला ने कहा कि पंचायत ने गांव में नशा उन्मूलन के लिए प्रस्ताव पारित किया था, लेकिन हम मौके पर पहुंचे लेकिन नशा तस्करों ने एक महीने का समय लिया है कि वे आगे से किसी भी प्रकार का नशा नहीं बेचेंगे, जिसके आधार पर हमने कार्रवाई रोक दी है और गांव के कुछ लोग जो नशा तस्करी के धंधे में संलिप्त हैं, उन्होंने भी आश्वासन दिया है कि वे नशा नहीं बिकने देंगे, जिसके बाद हमने यह कार्रवाई रोक दी है।
पंजाब सरकार ने पंजाब पुलिस को सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं कि यदि कोई व्यक्ति नशा तस्करी में संलिप्त है तो उसे पकड़कर सलाखों के पीछे भेजा जाए, वहीं दूसरी ओर जिन लोगों ने नशा तस्करी के बल पर अपनी संपत्तियां बनाई हैं, उन्हें दंडित किया जाए। पंजाब भर में पुलिस प्रशासन द्वारा पीले पंजे वाले बुलडोजर का इस्तेमाल किया जा रहा है।
इस अवसर पर पीड़ित परिवार की सदस्य निम्मो कौर ने कहा कि उन्होंने भी अनुरोध किया है कि मेरा घर न तोड़ा जाए। पुलिस प्रशासन ने भी हमें आश्वासन दिया कि वे आपके काम में बाधा नहीं डालेंगे। मैं पुलिस प्रशासन और पंचायत का आभारी हूं जिन्होंने मेरे तीनों बच्चों के बारे में सोचा। पुलिस ने परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया। हम यह नशीली दवा का कारोबार दोबारा नहीं करेंगे।
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