जंजैहली स्थित शिकारी माता मंदिर से लौटते समय लापता हुए दादौर के आठ सदस्यीय परिवार को आज सुबह तंगराल नाला के पास सुरक्षित बचा लिया गया। घने कोहरे और दुर्गम जंगली इलाके के कारण यह समूह गुरुवार शाम करीब साढ़े सात बजे रास्ता भटक गया था।
अलर्ट मिलते ही प्रशासन ने तुरंत बचाव अभियान शुरू कर दिया। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की एक टीम रात करीब 11 बजे मंडी से रवाना हुई और सुबह 2 बजे तक रुहाड़ा पहुँच गई। स्थानीय पुलिस, राजस्व अधिकारियों, अग्निशमन सेवाओं, होमगार्ड और स्वयंसेवकों के साथ मिलकर तुरंत तलाशी अभियान शुरू किया गया।
थुनाग के एसडीएम मनु वर्मा ने रात भर अभियान की व्यक्तिगत निगरानी की और सभी विभागों के बीच सुचारू समन्वय सुनिश्चित किया। कई घंटों की अथक मेहनत के बाद, परिवार सुबह लगभग 6.30 बजे सुरक्षित मिल गया और बाद में अपने रिश्तेदारों से मिल गया।
लापता समूह में सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य राजेंद्र कुमार और उनके परिवार के सात सदस्य शामिल थे। बताया जा रहा है कि मंदिर से उतरते समय वे मुख्य मार्ग से भटक गए थे। इनमें जंजैहली निवासी और कुमार की पूर्व छात्रा आरती भी शामिल थी।
पंचायत उपाध्यक्ष भीम सिंह द्वारा अधिकारियों को सूचित करने के बाद बचाव कार्य शुरू किया गया। जंजैहली पुलिस ने तुरंत तीन टीमों को अलग-अलग रास्तों पर तैनात कर दिया, लेकिन शुरुआती प्रयास विफल होने पर जिला आपातकालीन संचालन केंद्र ने एसडीआरएफ से मदद मांगी। बचाव दलों के समन्वित और अथक प्रयासों की बदौलत, परिवार की सुरक्षित वापसी ने पूरे क्षेत्र को राहत पहुँचाई


Leave feedback about this