बद्दी में चक्का रोड पर स्थित एक कबाड़ गोदाम में आज सुबह भीषण आग लग गई, जो एक स्थानीय निवासी द्वारा पास के खेत में जलाई गई पराली के कारण लगी।
केमिकल युक्त ड्रम, नालीदार बक्से, प्लास्टिक, तांबा, एल्युमीनियम आदि जैसे ज्वलनशील पदार्थों की मौजूदगी ने आग को और भी तीव्र कर दिया। हवा के धीरे-धीरे बहने से आग और फैल गई। घटनास्थल से धुएं का गुबार निकलता देखा गया। देखने वालों ने बताया कि गोदाम खाली होने के कारण ज्वलनशील कबाड़ बाहर ढेर में बिखरा पड़ा था।
होमगार्ड के कमांडेंट संतोष शर्मा ने बताया कि आग बुझाने के लिए बद्दी से तीन और नालागढ़ से दो दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। आग बुझाने वाले कर्मचारियों ने 20 लाख रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया है क्योंकि स्क्रैप का बड़ा हिस्सा जल गया। हालांकि कुछ घंटों बाद आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन एहतियात के तौर पर तीन दमकल गाड़ियां वहां तैनात रहीं क्योंकि रासायनिक पदार्थ अभी भी सुलग रहे थे।
तीन बीघा के गोदाम का कम से कम आधा हिस्सा तबाह हो गया, हालांकि अग्निशमन दल ने विभाजन बनाकर आग को फैलने से बचा लिया।
इस महीने बद्दी में हुई यह दूसरी ऐसी घटना है, जिससे डीलरों द्वारा ज्वलनशील स्क्रैप को स्टोर करने के लिए एहतियाती उपायों की कमी उजागर होती है। इस तरह की आग से लाखों का नुकसान होता है और साथ ही पर्यावरण प्रदूषण में भी भारी वृद्धि होती है, क्योंकि बड़ी मात्रा में जहरीला कचरा जलाया जाता है।