गाजियाबाद, 5 अक्टूबर। गाजियाबाद समेत पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर शुक्रवार देर रात जमकर बवाल हुआ। एक विशेष समुदाय के लोगों ने सड़कों पर उतरकर हंगामा किया। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद के बयान के बाद यह बवाल शुरू हुआ है। शुक्रवार देर रात नमाज के बाद बुलंदशहर में और गाजियाबाद में हजारों लोग सड़क पर उतर आए और नारेबाजी करने लगे। पुलिस ने लोगों को समझाने का बहुत प्रयास किया। इसके बाद पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा।
शुक्रवार रात से शुरू हुए इस विवाद के बाद अब गाजियाबाद, बुलंदशहर समेत कई जगहों पर बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। खास तौर से गाजियाबाद के डासना मंदिर के बाहर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था लगाई गई है। इसके साथ ही गाजियाबाद के दूधेश्वर नाथ मंदिर के पीछे पीएसी चौक पर भी बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है। मेरठ आईजी भी खुद बुलंदशहर और गाजियाबाद के दौरे पर हैं।
इसी बीच बड़ी खबर यह मिली है कि गाजियाबाद पुलिस ने यति नरसिंहानंद गिरी को हिरासत में ले लिया है। लेकिन अभी इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। सूत्रों की मानें तो नरसिंहानंद गिरी को डिटेन किया गया है और उन्हें मंदिर से ले जाकर पुलिस लाइन में रखा गया है। गाजियाबाद पुलिस ने एआईएमआईएम के महानगर अध्यक्ष पंडित मनमोहन झा गामा को उनके घर में ही हाउस अरेस्ट कर लिया है, क्योंकि उन्होंने आज शहर में प्रदर्शन करने की घोषणा की थी। पुलिस ने इस प्रदर्शन को रोकने के लिए यह कार्रवाई की है।
यति नरसिंहानंद गिरी के खिलाफ एक और एफआईआर दर्ज हुई है। इस मामले में नरसिंहानंद के अलावा अनिल यादव, यति रामस्वरूपानंद और यति निर्भ्यानंद को भी आरोपी बनाया गया है। आरोप है कि इन्होंने एक विशेष धर्म के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई और धमकी दी। यह मुकदमा थाना वेव सिटी में सब इंस्पेक्टर भानुप्रताप सिंह ने दर्ज कराया है।
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