भिवानी जिले के धनाना गांव में 40 वर्षीय सुभाष नामक व्यक्ति ने अपने दो किशोर बच्चों की गला घोंटकर हत्या कर दी और फिर आत्महत्या का प्रयास किया। पीड़ित बसंत (17) और आरुषि (16) दोनों ही कक्षा 12 के छात्र थे। सुभाष का फिलहाल पीजीआईएमएस रोहतक में इलाज चल रहा है और वह खतरे से बाहर बताया जा रहा है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि सुभाष ने आम के शेक में नींद की गोलियां मिलाकर अपने बच्चों को पिलाईं। बेहोश होने पर उसने रस्सी से उनका गला घोंट दिया। इसके बाद उसने आत्महत्या करने की कोशिश में जहर खा लिया और छत के पंखे से लटकने की कोशिश की, तभी एक पड़ोसी ने कमरे में हलचल देखी और शोर मचाया। पड़ोसी उसके घर पहुंचे और उसे अस्पताल ले गए।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि सुभाष की पत्नी सरोज की करीब एक महीने पहले संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी और इस घटना के बाद से वह काफी परेशान था। सुभाष ने अपने माता-पिता पर उसे मानसिक परेशानी में धकेलने का आरोप लगाया और आरोप लगाया कि उसकी मां के व्यवहार के कारण ही उसकी पत्नी की मौत हुई।
उन्होंने बताया कि 8 मई को सरोज की मौत के बाद से ही वह आत्महत्या के बारे में सोच रहे थे, लेकिन बच्चों को पीछे छोड़ने का विचार उनके मन में नहीं था।
सदर थाने के एसएचओ नरेंद्र कुमार ने बताया कि बच्चों की दादी ने घटना की औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है और पुलिस ने सुभाष के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। उन्होंने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और मामले की जांच जारी है।
एक अन्य घटना में, भिवानी जिले के ढाणी महू गांव में कल एक व्यक्ति ने जमीन विवाद में अपने पिता की हत्या कर दी। प्रकाश नामक आरोपी ने कथित तौर पर अपने 75 वर्षीय पिता बंसी पर ईंट से हमला किया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस के अनुसार, प्रकाश पारिवारिक ज़मीन के बंटवारे को लेकर नाराज़ था और पिछले कुछ समय से अपने पिता से उसका झगड़ा चल रहा था। जब बंसी ने अपने बेटे की माँगें मानने से इनकार कर दिया तो स्थिति हिंसक हो गई।