November 27, 2024
Entertainment

तीन व्यावसायिक नामों वाला एक संगीत निर्देशक अब मचा रहा धूम

चेन्नई, एम.एम. कीरावनी या कोडुरी मारकथमणि कीरावनी अब भारत में एक जाना पहचाना नाम हो गया है। वह दुनिया भर के संगीत प्रेमियों के बीच लोकप्रिय हो गए हैं। उन्हें तमिल फिल्म उद्योग में मरकथमणि के नाम से जाना जाता है।

गीत ‘नाटू नाटू’ और फिल्म ‘आरआरआर’ एक दूसरे के पर्याय हो गए हैं। कीरावनी ने ही इस गीत को जीवन दिया है, जो देश भर में हर किसी की जुबान पर है।

इस गीत को अब सर्वश्रेष्ठ गीत की श्रेणी में अकादमी पुरस्कार के लिए चुना गया है।

कीरावनी को हाल ही में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। इसके बाद उन्होंने गोल्डन ग्लोब पुरस्कार, एलएसीएफए पुरस्कार, सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक का राष्ट्रीय पुरस्कार जीता और तेलुगु फिल्म उद्योग में सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक के लिए 11 नंदी पुरस्कार भी जीते।

4 जुलाई, 1961 को जन्मी कीरावनी प्रसिद्ध गीतकार कोडुरी शिव शक्ति दत्ता के पुत्र और पटकथा लेखक और निर्देशक वी. विजयेंद्रप्रसाद के भतीजे हैं। उनके बड़े बेटे काल भैरव एक गायक हैं। उन्होंने कीरावनी के कई कार्यों के लिए गाया है, इसमें ‘नाटू नाटू’ भी शामिल है। उनके छोटे बेटे ने भी फिल्म मथु वडालारा के साथ संगीत उद्योग में अपनी शुरुआत की है।

कीरावनी को बड़ा ब्रेक राम गोपाल वर्मा की ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘क्षण क्षणम’ में मिला, इसने उन्हें एक संगीत निर्देशक के रूप में स्थापित कर दिया। सभी गाने हिट हो गए और की रावनी को बड़ी लीग में पहुंचा दिया।

कीरावनी की पत्नी एम.एम. श्रीवल्ली राजामौली की पत्नी रमा राजामौली की बड़ी बहन हैं।

प्रसिद्ध संगीत निर्देशक ने 1987 में तेलुगु संगीतकार के. चक्रवर्ती और मलयालम संगीतकार, सी. राजमणि के सहायक के रूप में करियर शुरू किया।

उन्होंने लगभग एक वर्ष के लिए अनुभवी गीतकार वेटुरी की भी सहायता की। उन्होंने कहा कि नुसरत फतेह अली खान और संगीतकार जॉन विलियम्स का उन पर प्रभाव रहा है।

1997 में उन्होंने फिल्म ‘अन्नमय’ के लिए राष्ट्रीय सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक का पुरस्कार जीता। उन्होंने 1991 में फिल्म ‘अजगन’ के लिए सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक का तमिलनाडु राज्य पुरस्कार भी जीता था।

उनकी प्रमुख फिल्में ‘क्षणम क्षणम’ (1991), ‘सीतारमैया गरी मनवरालु’ (1991), ‘घराना मोगाडु’ (1992), ‘सूर्य मनसम’ (1992), ‘वरसदु’ (1993), ‘अल्लारी प्रिय्युडु’ ‘ (1993), ‘क्रिमिनल’ (1994), ‘शिव संकल्पम’ (1995), ‘देवरागम’ (1996), ‘बाहुबली’, दोनों भाग (2015 और 2017) और ‘आरआरआर’ (2023) हैं।

एम.एम. के नाम से मशहूर कीरावनी व क्रीम की बॉलीवुड में एक नई फिल्म आ रही है और वह है अजय देवगन, तब्बू-स्टारर ‘औरों में कहां दम था’। उन्होंने मिथुन चक्रवर्ती की ’12 ओ’क्लॉक’, ‘मिसिंग’, ‘बेबी’, ‘स्पेशल’, ‘मक्खी’ और ‘लाहौर’ जैसी अन्य हिंदी फिल्मों के लिए संगीत तैयार किया।

उद्योग के सूत्रों ने बताया कि एम.एम. कीरावनी/एम.एम. क्रीम अब हिंदी फिल्म उद्योग में सबसे अधिक मांग वाले संगीत निर्देशकों में से एक है।

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