N1Live National दिल्ली के प्रदूषण पर आप ने नौ सालों में नहीं बनाई कोई नीति, सिर्फ की बहानेबाजी : नलिन कोहली
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दिल्ली के प्रदूषण पर आप ने नौ सालों में नहीं बनाई कोई नीति, सिर्फ की बहानेबाजी : नलिन कोहली

AAP has not made any policy on Delhi's pollution in nine years, only made excuses: Nalin Kohli

नई दिल्ली, 25 अक्टूबर । हर साल की तरह इस साल भी सितंबर के अंत तक दिल्ली में प्रदूषण का प्रकोप शुरू हो गया है। दिल्ली में इन दिनों काली घनी धुंध की मोटी चादर दिखाई दे रही है। इस पर भाजपा नेता नलिन कोहली ने राज्य की आम आदमी पार्टी को घेरा है।

उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “दिल्ली में प्रदूषण की बहुत गंभीर स्थिति है। पिछले नौ साल से दिल्ली के लोगों ने देखा है कि आम आदमी पार्टी ने प्रदूषण या किसी गंभीर मुद्दे पर कोई काम नहीं किया। उनके अंदर काम करने की इच्छा भी नहीं है। आप नेता बहाने बनाने में नंबर एक हैं। भाजपा नेता ने कहा, आप वाले पूछते थे कि पंजाब सरकार फैक्ट्री क्यों नहीं लगा रही है? अब पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है, तो केजरीवाल को या तो खुद जवाब देना पड़ेगा या अपने मुख्यमंत्री भगवंत मान से पूछना पड़ेगा। आप क्यों नहीं ऐसा कर रहे हैं?”

उन्होंने कहा, “यमुना की हालत देखिए, आप सरकार में यमुना की दशा सुधारने के ल‍िए कोई काम नहीं हुआ। कोहली ने कहा क‍ि द‍िल्‍ली में प्रदूषण बढ़ने पर केजरीवाल और उनकी पार्टी नाटक शुरू कर देगी। ये लोग प्रदूषण खत्‍म करने के ल‍िए नौ साल में कोई नीति नहीं बना पाए और जब हालात बहुत खराब होते हैं, तो ये नौटंकी शुरू कर देते हैं। इनकी काम करने की कोई नियत नहीं है, ये सब अपना द‍िमाग भ्रष्टाचार में लगाए हैं।”

उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी द्वारा उपचुनावों में प्रत्याशी न उतारने पर भाजपा नेता ने कहा, “कांग्रेस पार्टी और उसके नेता अजीब बातें करते हैं। जब उत्तर प्रदेश में उनके पास कोई उम्मीदवार नहीं होता है, तो वो कहते हैं कि हम उम्मीदवार इसलिए नहीं उतार रहे हैं ताकि गठबंधन मजबूत हो। अगर उनके लिए गठबंधन इतना ही महत्वपूर्ण है, तो महाराष्ट्र में गठबंधन के अंदर झगड़े क्यों हो रहे हैं? मीडिया में हर रोज स्टोरी आती है कि कांग्रेस पार्टी रोज नई लड़ाई लड़ रही है। वहां गठबंधन का महत्व नहीं है, लेकिन उत्तर प्रदेश में है। जहां उनके पास थोड़े उम्मीदवार हैं, वहां ये सब लड़ते हैं। उन्हें गठबंधन की परवाह नहीं है। जहां उनके पास उम्मीदवार नहीं हैंं, वहां वे गठबंधन मजबूत करने की बातें करते हैं।”

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