गुजरात के जूनागढ़ जिले में प्रशासन ने वेरावल-पोरबंदर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित दो धार्मिक स्थलों पर कार्रवाई की। प्रशासन ने रविवार देर रात दोनों धार्मिक स्थलों पर बुलडोजर चलाकर रास्ते से हटाया।
जानकारी के अनुसार, जूनागढ़ जिले के मंगरोल क्षेत्र में वेरावल-पोरबंदर राष्ट्रीय राजमार्ग पर मौजूद दो धार्मिक स्थल यातायात में बाधा पैदा कर रहे थे, जिसके बाद प्रशासन ने दोनों धार्मिक स्थलों पर कार्रवाई की। इस दौरान राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई), स्थानीय प्रशासन, पुलिस और पश्चिम गुजरात विद्युत कंपनी लिमिटेड (पीजीवीसीएल) की संयुक्त टीमें मौजूद रहीं।
प्रशासन ने इस कार्रवाई के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के मद्देनजर मौके पर भारी पुलिस बल की तैनाती की। पुलिस अधीक्षक सुबोध ओडेदरा के नेतृत्व में जिला पुलिस प्रमुख सहित वरिष्ठ अधिकारी लगातार गश्त करते रहे। तोड़फोड़ के दौरान रात में कई रास्तों को बंद कर दिया गया था और धवस्तीकरण की कार्रवाई शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुई।
जूनागढ़ के एसपी सुबोध ओडेदरा ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “मंगरोल में स्थित वेरावल-पोरबंदर राष्ट्रीय राजमार्ग पर कुछ धार्मिक अतिक्रमण मौजूद था। पुलिस से आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया, जो हमने उपलब्ध कराए। राष्ट्रीय राजमार्ग टीम ने तोड़फोड़ की कार्रवाई को अंजाम दिया। साथ ही, कानून-व्यवस्था के मद्देनजर अलग से टीमें भी तैनात की गई थीं।”
इस कार्रवाई के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में पुलिस अधीक्षक, पुलिस उपाधीक्षक, पुलिस निरीक्षक और 150 जीआरडी होमगार्ड जवानों सहित कुल 300 पुलिसकर्मी तैनात थे। एक बड़ा पुलिस काफिला भी मौके पर मौजूद रहा।
इससे पहले, 17 जून को गुजरात के जामनगर में प्रशासन ने बुलडोजर कार्रवाई के दौरान 19.19 लाख वर्ग फुट जमीन को खाली कराया था। प्रशासन ने इसकी अनुमानित कीमत 259 करोड़ रुपए बताई है।
इसके अलावा, 13 मई को गुजरात के अमरेली में मौलाना मोहम्मद फजल अब्दुल अजीज शेख के मदरसे पर बड़ी कार्रवाई की गई थी। प्रशासन ने मौलाना के मदरसे पर बुलडोजर चलाकर उसे ध्वस्त कर दिया था।