प्रयागराज/पंचकूला, 26 जुलाई । उत्तर प्रदेश में रविवार को होने वाली आरओ और एआरओ परीक्षा को लेकर तैयारियां पूरी हो गई हैं। प्रयागराज के जिलाधिकारी ने विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर सुचारू रूप से परीक्षा संपन्न कराने के लिए सख्त निर्देश दिए हैं। नकल विहीन परीक्षा कराने को लेकर केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। वहीं, हरियाणा में सीईटी परीक्षा को लेकर पंचकूला पुलिस पूरी तरह से सतर्क है।
आरओ और एआरओ परीक्षा को लेकर प्रयागराज जिला प्रशासन द्वारा केंद्रों पर सभी तैयारियों के साथ व्यापक इंतजाम किए गए हैं। सीसीटीवी की निगरानी में परीक्षा कराई जाएगी, साथ ही सोशल मीडिया पर भी नजर रखी जा रही है। वहीं, परीक्षा केंद्रों पर कक्ष निरीक्षकों और केंद्र व्यवस्थापकों की तैनाती की गई है।
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड ने आईएएनएस से बातचीत में बताया है कि नकल और अन्य अनुचित साधनों के प्रयोग को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए गए हैं। साथ ही नकल कराने वाले माफिया की निगरानी के लिए एसटीएफ और कई सुरक्षा एजेंसी को तैनात किया गया है। प्रयागराज में 106 केंद्र बनाए गए हैं, 45 हजार से अधिक अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। आयोग के दिशानिर्देशों के अनुरूप काम किया जा रहा है। पुलिस, नगर निगम, ट्रांसपोर्ट, रोडवेज और रेलवे विभागों के साथ बैठक हो चुकी है। हम परीक्षा सकुशल संपन्न कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
वहीं, पंचकूला सहित पूरे हरियाणा में सीईटी की परीक्षा जारी है। परीक्षा को लेकर पंचकूला पुलिस पूरी तरह सतर्क है। पंचकूला की डीसीपी सृष्टि गुप्ता ने परीक्षा केंद्रों की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।
उन्होंने कहा कि पहले फेज का एग्जाम शांतिपूर्वक हुआ और किसी प्रकार से कोई शिकायत दर्ज नहीं हुई। पंचकूला में सीईटी एग्जाम के लिए 44 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। सभी केंद्रों पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध हैं।
सेक्टर-1 गवर्नमेंट कॉलेज में पहुंची डीसीपी सृष्टि गुप्ता ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि पहले फेज की परीक्षा शांतिपूर्वक संपन्न हुई है और किसी प्रकार से कोई भी नकल या दूसरे कैंडिडेट के परीक्षा में बैठने की सूचना नहीं प्राप्त हुई है और दूसरे फेज की परीक्षा के लिए भी पंचकूला पुलिस पूरी तरह से सतर्क है।
उन्होंने बताया कि परीक्षा के दौरान 500 से ज्यादा पुलिसकर्मी केंद्रों के बाहर तैनात हैं। इसके अलावा ट्रैफिक ड्यूटी पर भी पुलिसकर्मियों को लगाया गया है ताकि अभ्यर्थियों को कोई समस्या न आए।