सोनीपत, 19 जुलाई दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीसीआरयूएसटी), मुरथल में शिक्षण एवं गैर-शिक्षण कर्मचारियों सहित कर्मचारियों की चल रही हड़ताल ने प्रवेश प्रक्रिया को प्रभावित किया है। शिक्षण, गैर-शिक्षण संघ और शोधार्थियों के प्रदर्शनकारी सदस्यों ने गुरुवार को भी अपनी हड़ताल जारी रखी। उन्होंने रजिस्ट्रार और कुलपति के खिलाफ मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को शिकायत दर्ज कराने का भी फैसला किया।
डीसीआरयूएसटी के गैर-शिक्षण कर्मचारियों ने 9 जुलाई को हड़ताल की थी। विश्वविद्यालय के शोध छात्र भी 11 जुलाई को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे और उसके बाद दीनबंधु छोटू राम विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (डीसीआरयूटीए) के सदस्य भी 16 जुलाई को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे और संयुक्त रूप से कुलपति श्रीप्रकाश सिंह और रजिस्ट्रार अजय मोंगा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था।
धरना स्थल पर सभी शिक्षण, गैर-शिक्षण कर्मचारियों और शोधार्थियों ने कुलपति और कुलसचिव के खिलाफ नारेबाजी की। एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेन्द्र दहिया ने कहा कि कुलपति और कुलसचिव ने अनावश्यक पूछताछ करके और काम में देरी करने के लिए कई कमेटियां बनाकर सभी महत्वपूर्ण काम और फाइलें रोक दी हैं। दहिया ने कहा कि विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया का यह समय चरम पर है, लेकिन सभी शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारी हड़ताल पर हैं, जिससे प्रवेश जैसे आवश्यक काम भी प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि विज्ञान, प्रबंधन, मानविकी और अन्य विषयों में दोहरे स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए विश्वविद्यालय को बहुत कम आवेदन प्राप्त हुए हैं।
दहिया ने कहा कि विश्वविद्यालय में माहौल खराब हो चुका है। उन्होंने कहा कि सभी प्रदर्शनकारी कर्मचारी सीएम नायब सिंह सैनी से मिलेंगे और रजिस्ट्रार और कुलपति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएंगे और दोनों अधिकारियों को हटाने की मांग करेंगे।
गैर-शिक्षण कर्मचारी संघ के अध्यक्ष आनंद राणा ने कहा कि उनकी एकमात्र मांग है ‘कुलपति और रजिस्ट्रार हटाओ, विश्वविद्यालय बचाओ’। राणा ने कहा कि सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि सभी प्रदर्शनकारी कर्मचारी अपनी मांग को लेकर विश्वविद्यालय में सीएम के आगमन पर उनसे मिलेंगे।
9 जुलाई से जारी है हलचल शिक्षण, गैर-शिक्षण संघ और शोधार्थियों के प्रदर्शनकारी सदस्यों ने गुरुवार को भी अपनी हड़ताल जारी रखी। उन्होंने रजिस्ट्रार और कुलपति के खिलाफ मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से शिकायत करने का निर्णय लिया उनकी एकमात्र मांग है ‘कुलपति और रजिस्ट्रार हटाओ, विश्वविद्यालय बचाओ’