करनाल, 6 जून स्वास्थ्य विभाग द्वारा पोपरा गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) की डिलीवरी हट को 10 साल के अंतराल के बाद फिर से चालू कर दिया गया है। पीएचसी की शुरुआत 1994 में जिले के सबसे दूरदराज के इलाकों में से एक में हुई थी, जो जिला मुख्यालय से लगभग 60 किलोमीटर दूर है। विभिन्न कारणों से 24×7 डिलीवरी सुविधा 2014 से बंद थी।
अधिकारियों के अनुसार, इस कदम का उद्देश्य गर्भवती माताओं के लिए 24×7 प्रसव सुविधाएँ सुनिश्चित करना है, जिन्हें पहले चेक-अप और प्रसव के लिए असंध, करनाल या जींद जाना पड़ता था। पोपरा पी.एच.सी गर्भवती माताओं के लिए यह सुविधा शुरू करने वाला जिले का 12वाँ पी.एच.सी बन गया है। हालाँकि, अभी भी 12 और पी.एच.सी ऐसी ही सेवाओं की शुरुआत का इंतज़ार कर रहे हैं।
सिविल सर्जन डॉ. कृष्ण कुमार ने आज इस सुविधा का उद्घाटन किया और बताया कि यह पोपरा और आस-पास के गांवों के निवासियों की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करता है। डॉ. कुमार ने कहा कि डिलीवरी हट चौबीसों घंटे जांच और डिलीवरी सेवाएं प्रदान करेगी, जिससे आस-पास के करीब 15 गांवों की महिलाओं को काफी लाभ होगा।
इससे पहले महिलाओं को प्रसव के लिए असंध के उप-मंडलीय अस्पताल, जींद के सिविल अस्पताल या यहां तक कि करनाल तक जाना पड़ता था। डॉ. कुमार ने कहा कि नई सुविधा से समय की बचत होगी और लोगों की जेब पर वित्तीय बोझ कम पड़ेगा।
डॉ. कुमार ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में महिलाओं को दी जाने वाली सुविधाओं की समीक्षा की तथा शीघ्र ही जिले के शेष प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में भी ऐसी ही सेवाएं उपलब्ध कराने की योजना की घोषणा की।
उन्होंने सरपंचों को आश्वासन दिया कि वे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में गर्भवती महिलाओं के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करेंगे।