कोलकाता, 13 मार्च पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भाई स्वपन बनर्जी उर्फ बाबुन ने आगामी लोकसभा चुनाव निर्दलीय लड़ने का फैसला किया था। इस फैसले से सीएम ममता बनर्जी आग बबूला हो गईं। उन्होंने बुधवार को अपने भाई से सभी संबंध तोड़ने की धमकी तक दे दी। हालांकि, इसके कुछ घंटों के बाद बाबुन का रुख नरम हो गया।
स्वपन बनर्जी उर्फ बाबुन ने सुबह दावा किया था कि वह हावड़ा लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे। इस सीट से तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने पूर्व भारतीय फुटबॉल खिलाड़ी प्रसून बनर्जी को मैदान में उतारा है। हालांकि, बाबुन बुधवार दोपहर अपने दावे से पीछे हट गए।
स्वपन बनर्जी ने कहा, ”निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का फैसला वापस ले लिया गया है। वह नई दिल्ली से कोलकाता लौटने के बाद सीएम से बात करेंगे और चीजों को सुलझाएंगे।”
उन्होंने कहा, ”मैं अभी नई दिल्ली में हूं। मैं जल्द ही कोलकाता वापस जाऊंगा और मुख्यमंत्री से बात करूंगा। वह मेरी बड़ी बहन और अभिभावक हैं। इसलिए उन्होंने जो महसूस किया, वही सही है। मैं वापस जाऊंगा और चीजों को सुलझाने के लिए उनसे बात करूंगा।”
इस बीच, विपक्षी दलों ने पूरे घटनाक्रम का मजाक उड़ाया। भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि पार्टी में ऐसी चीजें हैं जो किसी बुनियादी राजनीतिक विचारधारा या दर्शन का पालन नहीं करती।
दिलीप घोष ने कहा, ”जो लोग टीएमसी के साथ हैं वे सिर्फ गलत तरीकों से पैसा कमाने के लिए हैं। इसलिए फंड की हिस्सेदारी और सत्ता की स्थिति पर अंदरूनी कलह होनी ही है।”
पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस में अंदरूनी कलह अब मुख्यमंत्री के परिवार तक पहुंच रही है। जब लालच किसी राजनीतिक दल का आधार बन जाए तो ऐसी चीजें होती ही हैं।”