कुरुक्षेत्र, 17 जून शहरी स्थानीय निकाय राज्य मंत्री एवं थानेसर विधायक सुभाष सुधा ने जिला प्रशासन को आगामी मानसून सीजन के मद्देनजर सरस्वती नदी की सफाई तथा इसके तटबंधों को समय पर मजबूत करने के निर्देश दिए हैं।
जलभराव को रोकें शहरी स्थानीय निकाय राज्य मंत्री एवं थानेसर विधायक सुभाष सुधा ने प्रशासन की तैयारियों का जायजा लेने तथा बरसात के मौसम में जलभराव को रोकने के लिए पिपली, खेड़ी मारकंडा, हरि नगर, दीदार नगर, सिरसला रोड तथा सरस्वती नदी के किनारे स्थित अन्य क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सुनिश्चित करें कि सीवर लाइनें जाम न हों।
सुधा ने प्रशासन की तैयारियों की जांच करने और बरसात के मौसम में जलभराव को रोकने के लिए पिपली, खेड़ी मारकंडा, हरि नगर, दीदार नगर, सिरसला रोड और सरस्वती नदी के किनारे के अन्य क्षेत्रों का दौरा किया।
शनिवार को उपायुक्त शांतनु शर्मा और विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ विभिन्न स्थानों का निरीक्षण करने वाले मंत्री ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि सीवर लाइनें अवरुद्ध न हों।
उन्होंने कहा, “अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे सुनिश्चित करें कि सभी नालों की सफाई हो और सीवरेज सिस्टम ठीक से काम करे। मानसून के दौरान जलभराव नहीं होना चाहिए। हरि नगर क्षेत्र में सरस्वती नदी के तटबंधों को मजबूत करने और पुराने सीवरेज सिस्टम को बंद करने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि नए सिस्टम में कोई रुकावट न आए।”
उपायुक्त को निर्देश दिए गए हैं कि वे अधिकारियों को ड्यूटी सौंपें, ताकि वे हर तीन दिन में चल रही तैयारियों का निरीक्षण करें और रिपोर्ट पेश करें। निवासियों से भी कहा गया है कि वे काम की निगरानी करते रहें और निवासियों से संतुष्टि रिपोर्ट मिलने के बाद ही ठेकेदार को भुगतान किया जाएगा।
सुधा ने कहा, “ओवरफ्लो सीवर लाइन और ब्लॉकेज की शिकायतों का अधिकारी तुरंत समाधान करेंगे। सिरसला रोड के पास सरस्वती नदी की सफाई मनरेगा योजना के तहत की जा रही है और यह काम समय पर पूरा हो जाएगा। पेहोवा रोड पर केदार नगर क्षेत्र में नालों से संबंधित दिशा-निर्देश भी दिए गए हैं। सभी नालों की सफाई प्राथमिकता के आधार पर की जाएगी।”
पिछले वर्ष कुरुक्षेत्र में सरस्वती और मारकंडा नदियों के उफान पर होने के कारण आवासीय क्षेत्रों में कई दिनों तक गंभीर जलभराव की स्थिति रही थी।
निरीक्षण के दौरान सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता अरविंद कौशिक, एक्सईएन नवतेज सिंह, जिला परिषद उपाध्यक्ष डीपी चौधरी सहित कई अन्य अधिकारी मौजूद थे।