शिमला के चमियाना स्थित अटल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सुपर स्पेशियलिटीज (AIMSS) रोबोटिक सहायता से सर्जरी शुरू करने के लिए तैयार है, जो राज्य में सर्जिकल देखभाल में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतीक है। अस्पताल में 29 करोड़ रुपये की लागत से एक अत्याधुनिक रोबोटिक सर्जरी मशीन स्थापित की गई है और इसके क्लिनिकल लॉन्च की सभी तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं। पहली रोबोटिक सर्जरी गुरुवार को होनी थी, लेकिन मुख्यमंत्री की अनुपलब्धता के कारण इसे स्थगित कर दिया गया है।
स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि रोबोटिक सर्जरी की शुरुआत से मरीज़ों के ठीक होने का समय काफ़ी कम हो जाएगा, साथ ही सर्जन बेहतर सटीकता, लचीलेपन और नियंत्रण के साथ सर्जरी कर पाएँगे। यह अत्याधुनिक तकनीक सर्जिकल प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करेगी और मरीज़ों के गंभीर ऑपरेशनों के लिए मौजूदा बैकलॉग और प्रतीक्षा अवधि को कम करने में मदद करेगी।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि आधुनिकीकरण पहल के तहत, चमियाना स्थित एआईएमएसएस में 42 करोड़ रुपये के चिकित्सा उपकरण लगाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया, “इसमें यूरोलॉजी, रीनल ट्रांसप्लांट, कार्डियक एनेस्थीसिया, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल, प्लास्टिक सर्जरी, कार्डियोथोरेसिक और वैस्कुलर सर्जरी (सीटीवीएस), कार्डियोलॉजी, पीडियाट्रिक सर्जरी और न्यूरोसर्जरी जैसे विभागों के लिए उच्च-स्तरीय उपकरणों की खरीद शामिल है। लोगों को विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएँ सुनिश्चित करने के लिए इन विभागों का भी बड़े पैमाने पर उन्नयन किया जा रहा है।”
उन्होंने आगे कहा कि यह पहल राज्य भर में स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढाँचे को बदलने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। प्रवक्ता ने कहा, “राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों और सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों को उन्नत तकनीकों से लैस करने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उच्च-गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवा हर नागरिक को उनके घर पर ही उपलब्ध हो।”