अकाल तख्त के कार्यवाहक जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गर्गज ने बुधवार को यहां दावा किया कि संगरूर जेल में बंद अमृतसर के संदीप सिंह उर्फ सन्नी के मामले की पैरवी कर रहे वकील घुम्मन बंधुओं, जीपीएस घुम्मन और जीएस घुम्मन पर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से दबाव डाला जा रहा है।
संदीप सिंह नवंबर 2022 में अमृतसर में शिवसेना नेता सुधीर सूरी की दिनदहाड़े हत्या का मुख्य आरोपी है। उसने 10 सितंबर को पटियाला जेल के अंदर तीन पूर्व पुलिसकर्मियों पर भी हमला किया था, जिसमें एक की मौत हो गई थी और दो घायल हो गए थे।
जत्थेदार गर्गज ने ज़ोर देकर कहा कि संदीप सिंह को अपने ख़िलाफ़ शुरू की गई किसी भी क़ानूनी कार्यवाही में अपना बचाव करने के लिए अपनी पसंद के किसी भी वकील से क़ानूनी मदद लेने का पूरा हक़ है। उन्होंने आगे कहा कि घुम्मन बंधुओं पर डाला जा रहा दबाव सरकारी नीति का हिस्सा लगता है, जो न तो न्यायसंगत है और न ही निष्पक्ष।
उन्होंने आरोप लगाया कि जेल और पुलिस प्रशासन द्वारा संदीप सिंह को प्रताड़ित करने के बाद, अदालत के आदेश के बावजूद शुरुआत में उसकी मेडिकल जांच नहीं कराई गई।
उन्होंने पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में सिख वकील सिमरजीत सिंह पर कुछ वकीलों द्वारा हाल ही में किए गए हमले की भी निंदा की तथा घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।