मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि सरकार ने हरियाणा में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए अनुकूल और मजबूत माहौल बनाया है। इसके परिणामस्वरूप, हरियाणा न केवल राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उद्योगों और कंपनियों के लिए पसंदीदा स्थान के रूप में उभरा है।
मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों से आग्रह किया कि वे हरियाणा में अपनी औद्योगिक इकाइयां स्थापित करें और राज्य की प्रगति एवं विकास में सक्रिय योगदान दें। सैनी कल देर शाम पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के प्रमुख उद्योगपति मौजूद थे।
सैनी ने जोर देकर कहा कि किसी भी राज्य में औद्योगिक विकास के लिए मजबूत सड़क, रेल, हवाई संपर्क और अन्य बुनियादी ढांचे का होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि आज विभिन्न क्षेत्रों की प्रमुख कंपनियां राज्य में अपनी इकाइयां स्थापित कर रही हैं, जिससे हरियाणा के औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार और उद्योगपतियों के बीच सीधा संवाद मजबूत करने के लिए सरकार ने कई सुधार लागू किए हैं।
उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि सिंगल विंडो सिस्टम से आगे बढ़कर सिंगल रूफ सिस्टम शुरू किया गया है, जिसमें हर सेवा के लिए एक निश्चित समय सीमा तय की गई है। विभिन्न विभागों से एनओसी प्राप्त करने की प्रक्रिया को सरल बनाया गया है, जिसमें न्यूनतम 15 दिन और अधिकतम 45 दिन का समय तय किया गया है।
सैनी ने कहा कि उन्होंने 2025-26 के बजट में औद्योगिक विकास और स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए कई घोषणाएं की हैं। 10 नए औद्योगिक मॉडल टाउनशिप (आईएमटी) विकसित करने की योजना पर काम चल रहा है। इसके अलावा, उभरते उद्यमियों को समर्थन देने के लिए स्टार्टअप इकोसिस्टम को मजबूत करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भविष्य विभाग की स्थापना उभरती प्रौद्योगिकियों और नवाचारों को बढ़ावा देने के लिए की गई है।