November 23, 2024
Punjab

अमन अरोड़ा ने उद्योगपतियों को पंजाब की हरित ऊर्जा क्षमता का दोहन करने के लिए आमंत्रित किया

उद्योगपतियों को गैर-पारंपरिक और हरित ऊर्जा क्षेत्रों में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए, पंजाब के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत मंत्री अमन अरोड़ा ने हरित ऊर्जा क्षेत्र में पंजाब की महत्वपूर्ण संभावनाओं पर प्रकाश डाला।

उन्होंने स्वच्छ और टिकाऊ ऊर्जा की ओर आवश्यक बदलाव पर जोर दिया। पंजाब देश में अग्रणी राज्यों में से एक के रूप में उभरा है, जिसका लक्ष्य हरित ऊर्जा के उत्पादन में अग्रणी बनना है।

रविवार को परेड ग्राउंड में क्षेत्रीय ऊर्जा संक्रमण एवं स्थायित्व (आरईटीएस) सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेते हुए अमन अरोड़ा ने नए स्टार्टअप्स से इस पहल में सहयोग करने का आग्रह किया और इस बात पर प्रकाश डाला कि मुख्यमंत्री श्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार उनके विकास को बढ़ावा देने के लिए व्यापक समर्थन देने के लिए तैयार है। सम्मेलन का आयोजन पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा किया गया था।

सौर ऊर्जा के क्षेत्र में राज्य के प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने बताया कि कृषि ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बठिंडा के तरखानवाला गांव में 4 मेगावाट का सौर पीवी संयंत्र पहले ही चालू किया जा चुका है।

इस परियोजना से प्रति वर्ष लगभग 6.65 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन होने की उम्मीद है। PEDA बठिंडा जिले में तीन अतिरिक्त सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए तैयार है, जिनमें से प्रत्येक की क्षमता 4MW होगी, जिससे कुल 12MW बिजली उत्पादन होगा।

इसके अलावा, राज्य 66 सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने पर विचार कर रहा है, जिनमें से प्रत्येक 4 मेगावाट (कुल 264 मेगावाट क्षमता) बिजली पैदा करने में सक्षम होगा। पूरा होने पर, इस परियोजना से प्रति वर्ष लगभग 390 मिलियन यूनिट (एमयू) बिजली का उत्पादन होने का अनुमान है।

उन्होंने कहा कि पेडा ने राज्य भर में 20,000 कृषि पंपों की स्थापना के लिए किसानों से आवेदन भी आमंत्रित किए हैं।

पराली जलाने की समस्या के समाधान के लिए अमन अरोड़ा ने बताया कि पेडा धान की पराली को कम्प्रैस्ड बायोगैस (सीबीजी) परियोजनाओं, बायोमास पावर परियोजनाओं और बायो-इथेनॉल परियोजनाओं में उपयोग करने के लिए कठोर प्रयास कर रहा है।

इसके अतिरिक्त, राज्य में हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए ग्रीन हाइड्रोजन नीति का मसौदा भी तैयार किया गया है। पेडा के मुख्य कार्यकारी संदीप हंस ने कहा कि पेडा हरित ऊर्जा क्षेत्र में नवीन अवधारणाओं को पेश करने वाले स्टार्टअप्स को पूर्ण समर्थन दे रहा है।

सरकार का लक्ष्य न केवल पंजाब में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करना है, बल्कि युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करना भी है।

पीएचडीसीसीआई के पंजाब राज्य चैप्टर के अध्यक्ष आरएस सचदेवा ने अतिथियों का हार्दिक स्वागत किया तथा बताया कि इस कार्यक्रम का प्राथमिक लक्ष्य सौर ऊर्जा की बढ़ती मांग तथा सौर प्रौद्योगिकी में प्रगति के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।

इस अवसर पर पीएचडीसीसीआई के सीईओ और महासचिव डॉ. रणजीत मेहता, पीएचडीसीसीआई के स्टार्टअप और उद्यमिता फोरम समिति के अध्यक्ष डॉ. जेके शर्मा और सह-अध्यक्ष सुप्रीत सिंह भी उपस्थित थे।

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