धर्मशाला में भारतीय मूल की एक अमेरिकी महिला ने मैक्लोडगंज में तांत्रिक बौद्ध धर्म का पालन करने वाले एक तिब्बती धार्मिक नेता पर यौन शोषण का आरोप लगाया है। महिला ने मैक्लोडगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें धार्मिक नेता पर मानसिक और यौन शोषण का आरोप लगाया गया है। पीड़िता के अनुसार, घटना 2 नवंबर 2024 की है।
महिला ने आरोप लगाया कि धार्मिक नेता उसके घर आया और तंत्र विद्या के नाम पर उसकी बीमारी का फायदा उठाया। उसने महिला को शारीरिक संबंध बनाने के बदले में स्वस्थ करने का झूठा वादा किया।
अमेरिकी महिला की शिकायत पर धर्मशाला के महिला पुलिस थाने में आरोपी तिब्बती धर्मगुरु गुरु क्याप त्सेरिंग के खिलाफ धारा 64 और 351 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि अक्टूबर 2023 में वह बौद्ध दर्शन का अध्ययन करने धर्मशाला आई थी। उसकी मुलाकात धार्मिक नेता से उसके पति के माध्यम से हुई थी।
पीड़िता ने आरोप लगाया है कि उसने अपने पति को बलात्कार की घटना के बारे में बताया था। परिवार और गुरु के सम्मान के लिए दंपति धर्मशाला छोड़कर कांगड़ा के बीर इलाके में रहने चले गए। 5 मार्च को जब वे धर्मशाला लौटे तो एक व्यक्ति ने महिला को धमकाना शुरू कर दिया। 6 मार्च को उसने महिला और उसके साथियों को जान से मारने की धमकी दी जिसके बाद उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराने का फैसला किया।
एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि पुलिस को दी गई शिकायत में महिला ने बलात्कार का आरोप लगाया है, जिसके बाद मामला दर्ज कर लिया गया है।
इस बीच, आरोपी तिब्बती धार्मिक गुरु ने आरोप को बौद्ध दर्शन को बदनाम करने की साजिश करार दिया है। आरोपी नागचांग गुरु क्याप त्सेरिंग ने इन आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि यह बौद्ध दर्शन को बदनाम करने की साजिश है। उन्होंने पूछा कि अगर आरोप सही हैं तो पीड़िता ने अभी तक कोर्ट में मामला क्यों नहीं दर्ज कराया।
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