शिवसेना (यूबीटी) के नेता आनंद दुबे ने बुधवार को महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने एक कहावत में कहा कि बोया पेड़ बबूल का तो आम कहां से होय।
उन्होंने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कहा कि इन लोगों ने कुछ साल पहले भाजपा के लोगों के साथ मिलकर हमारी पार्टी को तोड़ने की कोशिश की थी। हमें बिखेरने की कोशिश की थी, लेकिन आज स्थिति ऐसी हो चुकी है कि इन्हें कोई पूछ नहीं रहा है।
शिवसेना (यूबीटी) के नेता आनंद दुबे ने बुधवार को हुई महाराष्ट्र सरकार की कैबिनेट की बैठक के संदर्भ में दावा किया कि इन लोगों के बीच कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। जिस तरह से बैठक में इन्हीं की पार्टी के कई नेता नदारद रहे, उससे यह साफ जाहिर होता है कि इन लोगों से अब कुछ भी हासिल होने वाला नहीं है। इन लोगों के बीच अब फूट की स्थिति पैदा हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे का लोकसभा क्षेत्र कल्याण डोम्बीबली है और वहां पर जाकर भाजपा ने सेंध लगाना शुरू किया है। महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष रविंद्र चौहान शिवसेना के सभी लोगों को अपने खेमे में शामिल कर रहे हैं। वे पार्टी का पटका लेकर घूम रहे हैं और जो भी मिल रहा है, उन्हें पहनाकर अपनी पार्टी में शामिल कर ले रहे हैं और वही काम एकनाथ शिंदे भी वहां पर जाकर कर रहे हैं। इससे यह साफ जाहिर हो रहा है कि दोनों के बीच में फूट की स्थिति पैदा हो चुकी है। मैं यह बात दावे के साथ कह रहा हूं कि यह प्रक्रिया पिछले लंबे समय से चल रही है।
उन्होंने दावा किया कि आगामी दिनों में एकनाथ शिंदे की शिवसेना में बड़ी फूट पड़ने की आशंका है। कई नेता भाजपा या किसी दूसरी पार्टी का दामन थाम सकते हैं। हमारी जानकारी के मुताबिक, कई लोग हमारी पार्टी के भी संपर्क में हैं। वे भी शिवसेना (यूबीटी) का दामन थाम सकते हैं। लेकिन, यहां पर हमें एक बात समझनी होगी कि सभी जांच एजेंसियां भाजपा के पास हैं, तो ऐसी स्थिति में कुल मिलाकर यह कहना गलत नहीं होगा कि भाजपा के लोग एकनाथ शिंदे की शिवसेना पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने में सफल होंगे। हमें जो सूत्रों से जानकारी मिल रही है, उसके मुताबिक, आगामी दिनों में कई लोग भाजपा और अन्य पार्टी में शामिल हो सकते हैं।
शिवसेना (यूबीटी) के नेता ने कहा कि एकनाथ खेमे के कई नेता हमारे संपर्क में हैं। वे हमारे साथ आना चाहते हैं, लेकिन अभी उन्हें रोका जा रहा है। अभी उनकी निष्ठा की जांच की जा रही है, उनकी पवित्रता की जांच की जा रही है, क्योंकि इससे पहले भी ये लोग गद्दारी कर चुके हैं। ऐसी स्थिति में हम उनकी पवित्रता की जांच कर रहे हैं कि क्या ये लोग वाकई में निष्ठावान हैं। अगर हां, तो हम निश्चित तौर पर अपनी पार्टी में शामिल करेंगे, अन्यथा विचार करेंगे।
उन्होंने दावा किया कि आगामी दिनों में महायुति सरकार में बड़े पैमाने पर भगदड़ देखने को मिलेगी, क्योंकि दो दिसंबर को महानगर पालिका के चुनाव हैं।
उन्होंने कहा कि महायुति सरकार में मौजूदा समय में जिस तरह की स्थिति बनी हुई है, उसे देखते हुए यही कहा जा रहा है कि जैसी करनी, वैसी भरनी। इन लोगों की दुर्गति आने वाले दिनों में और ज्यादा खराब होने वाली है, क्योंकि यहां पर सिर फुटव्वल होने वाला है।

