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वाईएसआरसीपी को एक और झटका, मंत्री गुमानूर जयराम ने छोड़ी पार्टी, टीडीपी में शामिल होने की घोषणा

Another blow to YSRCP, Minister Gumanur Jayaram left the party, announced to join TDP

विजयवाड़ा, 5 मार्च । आंध्र प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) को एक और झटका लगा है। राज्य के श्रम और रोजगार मंत्री गुमानूर जयराम ने मंगलवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया और तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) में जल्द शामिल होने की घोषणा की।

गुमानूर जयराम ने मीडियाकर्मियों से कहा कि उन्होंने मंत्री पद के साथ-साथ वाईएसआरसीपी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है और गुंतकल निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए टीडीपी में शामिल होंगे।

उन्होंने कहा कि वाईएसआरसीपी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने उनसे लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया।

उन्होंने कहा, “वाईएसआरसीपी ने मेरे निर्वाचन क्षेत्र (अलूर) के लिए एक उम्मीदवार को नियुक्त किया, इससे मुझे दुख हुआ और मैंने पार्टी छोड़ दी।”

गुम्मनुर जयराम ने कहा कि टीडीपी अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू ने उनसे पूछा था कि क्या वह कुरनूल या अनंतपुर से चुनाव लड़ना चाहते हैं, लेकिन उन्होंने गुंतकल को चुना, क्योंकि वह उस क्षेत्र की सेवा करना चाहते हैं, जहां उनका जन्म हुआ।

नेता ने इस बात से इनकार किया कि उन्होंने कांग्रेस पार्टी के साथ चर्चा की है।

उन्होंने कहा,“मुझे डीके शिवकुमार या कांग्रेस पार्टी से कोई लगाव नहीं है। चूंकि मेरा भाई कर्नाटक में मंत्री है, इसलिए मैं अपने भाई से मिलता हूं और अपने व्यक्तिगत मामलों पर चर्चा करता हूं, क्योंकि हमारे दोनों निर्वाचन क्षेत्र सीमा पर एक-दूसरे के बगल में हैं, ”

एक प्रश्न का उत्तर देते हुए, उन्होंने कहा कि वाईएसआरसीपी के शासन में पिछड़े वर्गों की उपेक्षा की गई।

उन्होंने सीएम जगन मोहन रेड्डी के दावों का खंडन किया कि वह एससी, एसटी और बीसी के साथ न्याय कर रहे हैं।

न्होंने कहा,“संयुक्त कुरनूल जिले में 14 विधानसभा क्षेत्र हैं। लोगों को खुद से पूछना होगा कि इन निर्वाचन क्षेत्रों में किसे न्याय मिला।”

उन्होंने दावा किया कि सीएम जगन मोहन रेड्डी धनुंजय रेड्डी और सज्जला रामकृष्ण रेड्डी की सलाह पर सभी फैसले ले रहे हैं।

नेता ने आरोप लगाया कि पिछले पांच वर्षों में उनके निर्वाचन क्षेत्र को वाईएसआरसीपी सरकार ने उचित ध्यान नहीं दिया।

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