स्कूल शिक्षा विभाग ने सभी निजी स्व-वित्तपोषित कॉलेजों को शैक्षणिक सत्र 2024-26 के लिए डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड) पाठ्यक्रम में प्रवेश फिर से शुरू करने की अनुमति दे दी है। यह कदम उच्च न्यायालय के उस फैसले को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है, जिसमें पाठ्यक्रम को बंद करने के आदेश को रद्द कर दिया गया था।
इस घटनाक्रम के बाद राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने डिप्लोमा के लिए प्रवेश कार्यक्रम जारी कर दिया है। कार्यक्रम के अनुसार, प्रवेश के लिए ऑनलाइन पंजीकरण और शुल्क का भुगतान 14 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक किया जाएगा।
राज्य सरकार ने 7 नवंबर, 2022 को नई शिक्षा नीति, 2020 के अनुरूप सत्र 2023-25 से राज्य के सभी ब्लॉक शिक्षक शिक्षा संस्थानों, सरकारी प्रारंभिक शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों और निजी स्व-वित्तपोषित कॉलेजों में पाठ्यक्रम को बंद करने का निर्णय लिया था।
हरियाणा स्ववित्तपोषित निजी कॉलेज एसोसिएशन (एचएसएफपीसीए) के तत्वावधान में निजी कॉलेजों ने सरकार के फैसले का विरोध करते हुए इसे हाईकोर्ट में चुनौती दी और बाद में सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। उन्होंने दलील दी कि यह कोर्स एनसीटीई अधिनियम, 1993 के प्रावधानों के तहत संचालित होता है, इसलिए एनसीटीई ही इस बारे में राय बनाने के लिए एकमात्र सक्षम निकाय है कि कोर्स को बंद किया जाए या नहीं।
एससीईआरटी के निदेशक सुनील बजाज ने कहा, “यह पाठ्यक्रम राज्य के 350 से अधिक स्व-वित्तपोषित कॉलेजों में चलाया जा रहा है, जिसमें कुल 20,000 छात्र हैं। आवंटन और प्रवेश का पहला दौर 25 अक्टूबर, दूसरा 28 अक्टूबर और तीसरा 4 नवंबर को आयोजित किया जाएगा।”