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फुटवियर आउटलेट में शॉपिंग के दौरान सो रही थीं अर्चना

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मुंबई, 27 सितंबर । अभिनेत्री सोनम कपूर ने साहित्यिक भूमिकाओं के प्रति अपनी रुचि व्यक्त की, जो उनके जुनून को उजागर करती है। सोनम सोहो हाउस मुंबई के साथ साझेदारी में मामी मुंबई फिल्म महोत्सव में वर्ड टू स्क्रीन की ब्रांड एंबेसडर हैं।

ऑप्शंस मार्केट लेखकों, प्रकाशकों और फिल्म निर्माताओं को विभिन्न फिल्म सिनेमाई प्रारूपों के लिए कहानियों को शामिल करने और विकल्प देने के लिए एक अनूठा मंच प्रदान करता है।

अपनी भूमिका के बारे में बात करते हुए सोनम ने कहा, “एक अभिनेता के रूप में मेरा हमेशा से मानना ​​रहा है कि एक फिल्म उतनी ही अच्छी होती है, जितनी उसकी पटकथा होती है। वर्ड टू स्क्रीन जैसे तंत्र के माध्यम से लेखकों और प्रकाशकों को प्रोत्साहित करना जरूरी है, जहां वे विचार कर सकते हैं और उन फिल्म निर्माताओं के साथ सहयोग कर सकते हैं, जो उनके विजन को सबसे प्रामाणिक तरीके से स्क्रीन पर ला सकते हैं।”

उन्होंने कहा, “एक उत्साही पाठक के रूप में, मैं अक्सर किताबों से अनुकूलित भूमिकाओं की ओर आकर्षित होती हूं। ऐसे किरदार एक गहराई भी लाते हैं जो कागज से स्क्रीन तक उनके विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं। वर्ड टू स्क्रीन के जरिये उस कला को वापस देने का मेरा प्रयास है जिसे मैं बहुत प्यार करती हूं। मामी के वर्ड टू स्क्रीन के साथ अपने जुड़ाव को जारी रखना और स्क्रीन पर कुछ वास्तव में आकर्षक कहानियों को सक्षम और सशक्त बनाने में मदद करना एक खुशी की बात है।”

शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर, फेस्टिवल डायरेक्टर, मामी मुंबई फिल्म फेस्टिवल ने कहा: “सिनेमा सभी कलाओं का एक संयोजन है और दशकों से साहित्य से इसका गहरा संबंध रहा है। सिनेमा के इतिहास की कुछ बेहतरीन फिल्में साहित्यिक कृतियों से रूपांतरित की गई हैं और मुझे बहुत खुशी है कि मामी ने इस अनूठे मंच को विकसित किया है, जो फिल्म निर्माताओं की कला को स्क्रीन पर लाने के लिए सक्षम बनाएगा। हम इस पहल के लिए ब्रांड एंबेसडर के रूप में सोनम कपूर की सराहना करते हैं।”

अपनी तरह की पहली पहल, ‘वर्ड टू स्क्रीन’, 2016 में मामी द्वारा शुरू की गई थी। तब से यह एक समावेशी मंच के रूप में कार्य कर रही है, जो लिखित शब्द की शक्ति और सिनेमा के जादू के बीच तालमेल की खोज करती है।

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