N1Live National सेना की वीरता और देशभक्ति नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा : दलजीत पंघाल
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सेना की वीरता और देशभक्ति नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा : दलजीत पंघाल

Army's valour and patriotism is an inspiration for the new generation: Daljeet Panghal

कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह भारत के ऑपरेशन सिंदूर के दौरान प्रमुख आवाज बनकर उभरी है। जिसकी तारीफ हर जगह हो रही है।

इसी कड़ी में हरियाणा के हिसार में भारतीय किसान यूनियन संघर्ष समिति के अध्यक्ष दलजीत पंघाल के नेतृत्व में सैकड़ों लोग लघु सचिवालय पहुंचे और ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का जश्न मनाया। लोगों ने गले मिलकर खुशियां साझा कीं, लड्डू बांटे, और देश की एकता और अखंडता का संदेश दिया। इस दौरान डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर फूलमाला अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई और शहीदों को याद किया गया।

भारतीय किसान यूनियन संघर्ष समिति के अध्यक्ष दलजीत पंघाल ने कहा, “हमारी सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के माध्यम से दुश्मनों को करारा जवाब दिया है। कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने साबित किया है कि भारत की बेटियां किसी भी चुनौती का सामना कर सकती हैं। इनकी वीरता और देशभक्ति नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा है।”

इस विशेष आयोजन में दिनेश, राम किशन, सोमबीर, बारु, हवा सिंह, संतलाल, सोनू पंघाल, ईश्वर, विकास पूनिया, अजीत लाडवा, सुमित पूनिया, अमित, पिंटू, जयवीर पंघाल, और सोनू पंघाल सहित कई लोग शामिल हुए। कार्यक्रम का उद्देश्य राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देना और इन वीर बेटियों के योगदान को सम्मानित करना था।

हालांकि, इस जश्न के बीच मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणी ने आक्रोश पैदा किया। भारतीय किसान यूनियन संघर्ष समिति के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने लघु सचिवालय में रोष प्रदर्शन किया।

दलजीत पंघाल ने कहा, “हमारी सेना ने भारत-पाक तनाव के दौरान आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त करने में अहम भूमिका निभाई। कर्नल सोफिया कुरैशी पर मंत्री विजय शाह का बयान शर्मनाक है। ऐसे बयान न केवल हमारी वीर बेटियों का अपमान हैं, बल्कि देश की सेना और एकता को कमजोर करने की कोशिश भी हैं। हम एक होकर सेना के साथ खडे़ है। हम तब तक चुप नहीं रहेंगे, जब तक मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री को पद से हटाया नहीं जाता। हम लोगों की मांग है कि मंत्री की जल्द से जल्द गिरफ्तारी हो और जेल भेजा जाए। अगर हमारी मांग नहीं मानी गई तो हम आने वाले दिनों में आंदोलन और तेज करेंगे। इस संबंध में हिसार के डिप्टी कमिश्नर के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा है।”

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