केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने आज बिलासपुर स्थित एम्स में कहा कि भीष्म क्यूब आरोग्य मैत्री योजना से देश के दूरदराज के क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार होगा और हिमाचल प्रदेश इसका प्रमुख लाभार्थी होगा।
उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत एम्स-बिलासपुर को जल्द ही सुदूर क्षेत्रों में उन्नत चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस पहल का उद्देश्य ग्रामीण और पहाड़ी क्षेत्रों में अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना है।
नड्डा ने कहा कि वे एम्स-बिलासपुर को विश्वस्तरीय चिकित्सा संस्थान बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने प्रत्येक नागरिक के लिए किफायती और उन्नत चिकित्सा सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य देखभाल योजनाओं और सुविधाओं के विस्तार पर जोर दिया। उन्होंने एम्स के डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की सेवाओं की भी सराहना की और उन्हें आश्वासन दिया कि भविष्य में अस्पताल में और अधिक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
उन्होंने कहा कि लोगों को सस्ती और उच्च गुणवत्ता वाली दवाइयाँ उपलब्ध कराने के लिए 2027 तक पूरे देश में 25,000 से ज़्यादा जन औषधि केंद्र खोले जाएँगे। उन्होंने एम्स में स्थित जन औषधि फार्मेसी का भी निरीक्षण किया और प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना के लाभार्थियों से बातचीत की। उन्होंने एम्स प्रशासन से लोगों को गुणवत्तापूर्ण दवाइयाँ उपलब्ध कराना सुनिश्चित करने को कहा।
नड्डा ने एम्स में किफायती दवाइयों और उपचार के लिए विश्वसनीय प्रत्यारोपण (अमृत) फार्मेसी का उद्घाटन किया। उन्होंने अस्पताल में उपलब्ध नवीनतम स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा करने के लिए न्यूक्लियर मेडिसिन ब्लॉक का दौरा किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार एम्स-बिलासपुर में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है।
उन्होंने 25 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित पॉज़िट्रॉन एमिशन टोमोग्राफी-कंप्यूटेड टोमोग्राफी (पीईटी सीटी) और सिंगल फोटॉन एमिशन कंप्यूटेड टोमोग्राफी (एसपीईसीटी सीटी) स्कैनर का भी उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि ये उन्नत इमेजिंग उपकरण कैंसर, तंत्रिका संबंधी विकारों और हृदय संबंधी बीमारियों के सटीक निदान के साथ-साथ कैंसर और हृदय रोगों का जल्द पता लगाने में मदद करेंगे, जबकि एसपीईसीटी सीटी स्कैनर हड्डियों, गुर्दे और हृदय की स्थिति की विस्तृत जांच में सहायता करेगा।
नड्डा ने 30 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली वायरोलॉजी अनुसंधान एवं डायग्नोस्टिक प्रयोगशाला, 15 करोड़ रुपये की लागत से अस्पताल परिसर में मरीजों के परिजनों के लिए 250 कमरों के विश्राम गृह तथा 4.90 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इनडोर खेल परिसर की आधारशिला भी रखी।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर, पूर्व केंद्रीय मंत्री और हमीरपुर सांसद अनुराग ठाकुर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राजीव बिंदल, एम्स के कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डीएन शर्मा और विधायक रणधीर शर्मा, जीतराम कटवाल और त्रिलोक जम्वाल उपस्थित थे।