जिला प्रशासन और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा शनिवार को मंडी जिले के ब्यास सदन में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहां दिव्यांग व्यक्तियों को कृत्रिम अंग और सहायक उपकरण वितरित किए गए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता मंडी के उपायुक्त अपूर्व देवगन ने की। सदर मंडी, बल्ह और सुंदरनगर तहसीलों के कुल 64 दिव्यांग व्यक्तियों को लगभग 8.14 लाख रुपये मूल्य के 127 सहायक उपकरण प्रदान किए गए।
इन उपकरणों में व्हीलचेयर, श्रवण यंत्र, ट्राइसाइकिल, कृत्रिम अंग, कैलीपर्स और दैनिक गतिविधियों में सहायता के लिए अन्य सहायक उपकरण शामिल थे।
ये उपकरण सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की अधिकृत एजेंसी भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एएलआईएमसीओ) के माध्यम से एडीआईपी (सहायक उपकरण खरीदने/लगाने के लिए दिव्यांग व्यक्तियों को सहायता) योजना के तहत प्रदान किए गए।
प्राप्तकर्ताओं का चयन ALIMCO द्वारा किए गए सर्वेक्षण के आधार पर किया गया, जिसमें यह सुनिश्चित किया गया कि उपकरण उनकी विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुरूप हों।
डीसी ने कहा कि राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप दिव्यांग व्यक्तियों को आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराने के लिए सभी उपमंडलों में विशेष शिविर आयोजित किए जा रहे हैं।
उन्होंने वितरण में सहयोग के लिए एलिम्को और आईडीबीआई बैंक, मंडी को धन्यवाद दिया। उन्होंने दिव्यांगों को सशक्त बनाने और उन्हें सामान्य जीवन जीने के लिए सहायक उपकरण और कृत्रिम अंग प्रदान करके मुख्यधारा में शामिल करने के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
जिला कल्याण अधिकारी समीर ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के माध्यम से दिव्यांग व्यक्तियों तथा अन्य लोगों के लाभ के लिए राज्य सरकार द्वारा कार्यान्वित की जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में बताया।
इस कार्यक्रम में एलिम्को के कृत्रिम अंग विशेषज्ञ पुनीत धर दुबे, आईडीबीआई बैंक के सहायक महाप्रबंधक नितिन अग्रवाल और लाभार्थियों के परिवार के सदस्य भी उपस्थित थे।