सिरसा, 14 जून सिरसा जिले के जमाल गांव के लोगों ने 45 डिग्री सेल्सियस तापमान के बीच बिजली और पानी की पर्याप्त आपूर्ति की मांग को लेकर आज लघु सचिवालय पर प्रदर्शन किया। उन्होंने प्रशासन के समक्ष अपनी मांगों को उठाया और करीब तीन घंटे तक विरोध प्रदर्शन किया। भीषण गर्मी के कारण दो लोग बेहोश हो गए, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए सिविल अस्पताल ले जाया गया।
शुरुआत में एसडीएम राजेंद्र कुमार ग्रामीणों के पास पहुंचे, लेकिन वे डिप्टी कमिश्नर आरके सिंह को ज्ञापन देने पर अड़े रहे। बाद में डीसी से मामले पर चर्चा के लिए 12 सदस्यों की कमेटी बनाई गई। स्थानीय लोगों को आश्वासन दिया गया कि उनकी मांगों को जल्द समाधान के लिए मुख्यालय भेज दिया गया है।
पिछले 35 दिनों से जमाल गांव की ढाणी ज्ञानदीप के करीब 150 लोग बिजली और पानी की सप्लाई के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई न होने से निराश होकर वे आज शहीद भगत सिंह स्टेडियम में तख्तियां लेकर एकत्र हुए। सुबह 11 बजे लघु सचिवालय कार्यालय पहुंचे प्रदर्शनकारियों में महिलाएं और पुरुष शामिल थे। प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया।
प्रदर्शन के दौरान, साइट के गेट के पास भारी पुलिस बल तैनात किया गया था, क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने विरोध के संकेत के रूप में बर्तन तोड़े। प्रदर्शनकारियों में से एक ने कहा कि उनके गांव में पीने योग्य पानी की बुनियादी सुविधा का अभाव है और दिन में केवल आठ घंटे ही बिजली मिलती है, जिससे उनके स्वास्थ्य और दैनिक जीवन पर असर पड़ता है।
अन्य प्रदर्शनकारियों ने अपना असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि अत्यधिक गर्मी के कारण उनके छत के पंखे अक्सर काम नहीं करते, जिससे उन्हें रोजाना असुविधा होती है और उनके बच्चों की शिक्षा भी प्रभावित होती है।
भजन लाल नामक एक प्रदर्शनकारी भीषण गर्मी के कारण मटकी फोड़ने के दौरान बेहोश हो गया। पुलिस और एम्बुलेंस सेवाओं को सूचित करने के बावजूद एम्बुलेंस आने में लगभग 20 मिनट लग गए। इस देरी के कारण अन्य प्रदर्शनकारियों ने उसके लिए तत्काल सहायता की मांग की। लगभग आधे घंटे के बाद भजन लाल को एम्बुलेंस में सिविल अस्पताल ले जाया गया।
दुर्भाग्यवश, एक अन्य महिला, बिमला देवी भी भीषण गर्मी के कारण प्रदर्शन स्थल पर बेहोश हो गईं, जिससे गांव में बिजली और स्वच्छ पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों के समक्ष उत्पन्न गंभीर स्थिति का पता चलता है।