भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा ऐतिहासिक गेयटी थियेटर में आयोजित राज्य स्तरीय लोकनृत्य प्रतियोगिता में सिरमौर जिले के आसरा सांस्कृतिक दल ने प्रथम पुरस्कार जीता, जबकि कुल्लू के सूर्य सांस्कृतिक दल ने दूसरा पुरस्कार जीता, जबकि कांगड़ा के वंशिका सांस्कृतिक युवा मंच ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
मुख्य अतिथि दिव्यांशु सिंघल, कार्यवाहक निदेशक, ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की संस्कृति सदियों पुरानी है और पीढ़ियों से चली आ रही है। उन्होंने कहा, “युवा पीढ़ी अपनी संस्कृति को संरक्षित करने और बढ़ावा देने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है। राज्य के मेलों के दौरान राज्य की संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।”
उन्होंने कहा, ‘‘विभाग हिमाचली कलाकारों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन करने के लिए मंच और अवसर प्रदान करता है।’’
उन्होंने विभिन्न जिलों से आए कलाकारों की प्रशंसा करते हुए कहा कि हर समूह ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। उन्होंने कलाकारों की अपनी संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए भी सराहना की और उन्हें कड़ी मेहनत करते रहने के लिए प्रोत्साहित किया।
प्रतियोगिता के दौरान हमीरपुर, लाहौल-स्पीति, सोलन, कांगड़ा, सिरमौर और किन्नौर सहित विभिन्न जिलों के सांस्कृतिक समूहों ने प्र
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