गुवाहाटी, 5 अक्टूबर । कांग्रेस ने असम में अपने दो विधायकों – भास्करज्योति बरुआ और अब्दुल बातिन खंडाकर को हाल ही में राज्य में अमृत कलश यात्रा में भाग लेने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
बरुआ जोरहाट जिले के टीटाबार निर्वाचन क्षेत्र से विधायक हैं, जबकि खंडाकर ने पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर उत्तरी अभयपुरी विधानसभा सीट जीती थी।
दोनों विधायकों ने दावा किया कि ‘अमृत कलश यात्रा’ ‘मेरी माटी, मेरा देश’ कार्यक्रम का एक हिस्सा थी, जो राज्य सरकार की पहल है और इसीलिए उन्होंने इसमें भाग लिया।
विधायकों ने दावा किया कि कांग्रेस पार्टी की ओर से इस अभियान में शामिल नहीं होने का कोई निर्देश नहीं दिया गया था। हालांकि, असम कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेन बोरा ने गुरुवार को कहा, “हां, पार्टी की ओर से कोई निर्देश जारी नहीं किया गया था, लेकिन यह सबको पता है कि ‘अमृत कलश यात्रा’ भाजपा द्वारा शुरू की गई एक पहल है, और विपक्षी विधायकों को उससे दूर रहना चाहिए था।”
बरुआ तब भी विवादों में घिरे थे, जब उन्होंने इससे पहले भाजपा की ‘आशीर्वाद यात्रा’ में हिस्सा लिया था। विशेष रूप से, ‘अमृत कलश यात्रा’ के हिस्से के रूप में राज्य के गांवों और नगर निगम वार्डों में घरों से मिट्टी एकत्र की गई है, और बाद में इसे 26 अक्टूबर को कलशों में रखा जाएगा।
कम से कम 270 कलश राष्ट्रीय राजधानी भेजे जाएंगे और इतनी ही संख्या में कलश गुवाहाटी के शंकरदेव कलाक्षेत्र में रखे जाएंगे। बाद में इसका उपयोग गोहपुर में असम के सबसे बड़े विश्वविद्यालय के शिलान्यास समारोह में किया जाएगा।
Leave feedback about this