हरियाणा लाइब्रेरी एसोसिएशन ने रविवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को ज्ञापन सौंपकर हरियाणा के सरकारी कॉलेजों, स्कूलों और सार्वजनिक पुस्तकालयों में योग्य पुस्तकालय कर्मियों की तत्काल भर्ती करने की मांग की।एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने बताया कि हरियाणा के सरकारी कॉलेजों में पिछले 50 सालों से लाइब्रेरियन की नियमित भर्ती नहीं हुई है। इसके अलावा, राज्य के सरकारी स्कूलों में लाइब्रेरियन की नियुक्ति की प्रक्रिया भी सालों से लंबित है।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकारी संस्थाएँ सालाना लाखों रुपए की किताबें खरीदती हैं, लेकिन उचित रख-रखाव और योग्य पुस्तकालय कर्मचारियों की कमी के कारण छात्र इन पुस्तकालयों से लाभ नहीं उठा पाते हैं। एसोसिएशन ने हरियाणा शिक्षा बोर्ड द्वारा मान्यता प्राप्त स्कूलों में लाइब्रेरियन की नियुक्ति की कमी पर भी चिंता जताई, जबकि केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, आरोही पब्लिक स्कूल और सभी सीबीएसई-मान्यता प्राप्त स्कूलों को प्राथमिक स्तर से ही योग्य लाइब्रेरियन और अन्य पुस्तकालय कर्मियों से सुसज्जित सुव्यवस्थित पुस्तकालय बनाए रखने की आवश्यकता होती है।
इसके अलावा, एसोसिएशन ने लाइब्रेरी और सूचना विज्ञान के क्षेत्र में बढ़ती बेरोजगारी पर प्रकाश डाला, जिसमें बी लिब, एम लिब और नेट परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले कई छात्र नौकरी के अवसर पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने इस क्षेत्र में योग्य उम्मीदवारों की उपेक्षा करने और उनके भविष्य की संभावनाओं को खतरे में डालने के लिए उच्च शिक्षा विभाग की आलोचना की।
एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. रूपेश गौर ने कहा कि हालांकि लाइब्रेरियन के लिए भर्ती अधिसूचनाएं पहले भी जारी की जा चुकी हैं, लेकिन परिणाम घोषित नहीं किए गए हैं। इसी तरह, ग्रामीण पुस्तकालय खोलने की घोषणाएं तो की गई थीं, लेकिन वे अभी तक अमल में नहीं आई हैं, इन पुस्तकालयों के लिए कोई स्थान निर्धारित नहीं किया गया है और खरीदे गए कंप्यूटर और उपकरण जिला पुस्तकालयों में बेकार पड़े हैं।
अपने ज्ञापन में एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री से इस मामले पर तत्काल कार्रवाई करने तथा राज्य भर के सभी सरकारी पुस्तकालयों में योग्य पुस्तकालय कर्मचारियों की शीघ्र नियुक्ति सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
Leave feedback about this