February 3, 2025
World

एनडीटीवी वर्ल्ड समिट में पीएम मोदी ने तीसरे कार्यकाल के 125 दिनों की गिनाईं उपलब्धियां

At the NDTV World Summit, PM Modi counted the achievements of 125 days of his third term.

 

नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को दो दिवसीय एनडीटीवी वर्ल्ड समिट में 2047 तक विकसित भारत के लिए अपना विजन साझा किया। फिर उन्होंने अपनी सरकार के तीसरे कार्यकाल के125 दिनों की उपलब्धियां गिनाईं और इस बात पर जोर दिया कि देश हर क्षेत्र में अविश्वसनीय गति से आगे बढ़ रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी ने बताया, “भारत में चर्चा हो रही है द इंडियन सेंचुरी, भारत की शताब्दी! भारत उम्मीद की एक किरण बना है, ऐसे समय पर जब दुनिया कई मुद्दों को लेकर चिंतित है। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के 125 दिन पूरे हुए हैं। पहले 125 दिनों में गरीबों के लिए 3 करोड़ घर बनाने को मंजूरी दी गई है 125 दिनों में 5 लाख घरों में सोलर पैनल लगाए गए। 125 दोनों में स्टॉक मार्केट में 6% से 7% तक ग्रोथ हुआ है।”

पीएम मोदी ने कहा कि भारत की उपलब्धियों की लिस्ट लंबी है। यह तो बस 125 दिन हैं। भारत में डिजिटल फ्यूचर पर चर्चा करने के लिए इंटरनैशनल असेंबली हुई। भारत में ग्लोबल फिनटैक फेस्टिवल हुआ।

पीएम मोदी ने साथ ही कहा कि देश में 15 नई वंदे भारत चली हैं,8 नए एयरपोर्ट पर काम चल रहा है। युवाओं के लिए 2 लाख करोड़ रुपये का पैकेज दिया है। किसानों के खाते में 21 हजार करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए। 70 साल से अधिक बुजुर्गों को 5 लाख तक मुफ्त इलाज मिल रहा है।

इससे पहले ‘एनडीटीवी वर्ल्ड’ चैनल को लॉन्च किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया में मची उथल-पुथल के बीच भारत उम्मीद की एक किरण बना है। जब दुनिया चिंता में डूबी है तब भारत आशा का संचार कर रहा है।

समिट में देश-दुनिया के बड़े चेहरे मौजूद हैं। भूटान के पीएम दाशो शेरिंग तोबगे, बारबाडोस की प्रधानमंत्री मिया मोटली और ब्रिटेन के पूर्व पीएम लॉर्ड डेविड कैमरन मौजूद हैं। इसके अलावा कई बड़े कारोबारी, फिल्म और साहित्य के जुड़े बड़े नाम भी एनडीटीवी वर्ल्‍ड समिट में हिस्सा ले रहे हैं।

पीएम ने इस मौके पर पीएम मोदी ने पिछले 10 साल में किए गए कार्यों का जिक्र करते हुए कहा, “पिछले 10 साल में 12 करोड़ शौचालय बनाए गए हैं। पिछले 10 साल में 16 करोड़ गैस कनेक्शन मिले हैं। इसी अवधि में 350 मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं, जिसमें 15 से ज्यादा एम्स हैं। पिछले 10 सालों में डेढ़ लाख से ज्यादा स्टार्टअप हुए हैं, जिसमें आठ करोड़ युवाओं ने मुद्रा लोन लेकर पहली बार अपना काम शुरू किया है।”

 

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