रोहतक, 30 अगस्त । भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने गुरुवार को हरियाणा के रोहतक में आयोजित महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर बड़ा हमला बोला।
उन्होंने कहा कि बंगाल में जो घटना घटी है, उसका दर्द एक-एक बेटी महसूस कर सकती है। ममता बनर्जी खुद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री गृह मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री हैं, फिर किससे न्याय की मांग रही है। ममता बनर्जी की सरकार और वहां का प्रशासनिक अमला सबूत मिटाने में लगा हुआ है। वे दोषी को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। रेप की घटना पर सुसाइड का आवरण पहनाने की कोशिश कर रहे हैं, वहां का पूरा सिस्टम दोषी को बचाने की कोशिशों में क्यों लगा हुआ है।
उन्होंने कहा कि जिस तरह सीएम ममता बनर्जी ने चेतावनी भरे लहजे में बयान दिया है, वह निंदनीय है। एक संवैधानिक पद पर बैठे हुए मुख्यमंत्री को इस तरह का बयान देना शोभा नहीं देता है। ममता बनर्जी मुख्यमंत्री होने का कर्तव्य नहीं निभा रहीं और वे बच्ची को न्याय दिलवाने की बजाय धरना प्रदर्शनमें जुटी हुई हैं। वो न्याय और धर्म के पथ से अलग हो रही हैं। उनको समझ में नहीं आ रहा है कि आगे क्या करना चाहिए। पीड़िता को न्याय देने के बजाय ममता धरना प्रदर्शनों पर विश्वास कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि मणिपुर बहुत ही संवेदनशील मुद्दा है और हमारी सरकार ने संवेदनशीलता के साथ उसे डील किया है। पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री ने इस मुद्दे पर बयान दिया था। प्रधानमंत्री मोदी ने सदन के पटल पर इस मुद्दे को लेकर अपनी बातों को रखा था, लेकिन विपक्ष सियासत करने में लगा हुआ है।
बता दें कि पिछले दिनों कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल की महिला डॉक्टर रहस्यमय परिस्थितियों में मृत पाई गई। वह अस्पताल में स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष की मेडिकल छात्रा थीं और चेस्ट मेडिसिन विभाग में हाउस स्टाफ के रूप में भी काम कर रही थीं। अस्पताल के कर्मचारियों ने अस्पताल की आपातकालीन बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर उनका शव देखा था।
इसी मामले पर भारी विरोध प्रदर्शन के बाद बीते दिन एक कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि “याद रखें, अगर बंगाल जलेगा, तो असम, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली भी जलेंगे।”
उनके इस बयान पर राजनीतिक घमासान मचा हुआ है। बिहार सहित अन्य राज्यों के नेता मुख्यमंत्री को आड़े हाथों ले रहे हैं।