ऑड-ईवन योजना से नाराज़ ऑटो और ई-रिक्शा चालकों ने सोमवार को पानीपत शहर में हड़ताल का आह्वान किया। यूनियन के सदस्यों ने सुबह शहर के सभी मुख्य चौकों पर ऑटो और ई-रिक्शा खड़े कर दिए।
ऑटो और ई-रिक्शा की हड़ताल के कारण यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।ऑटो और ई-रिक्शा चालक यूनियन ने मंगलवार को अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखने और मिनी सचिवालय के सामने एलिवेटेड हाईवे के नीचे धरना देने का फैसला किया है।
शहर में सम-विषम प्रणाली लागू होने के 21 दिन बाद ऑटो व ई-रिक्शा चालक यहां अनाज मंडी में एकत्रित हुए और रोष मार्च निकालने के बाद लघु सचिवालय पहुंचे तथा अपनी मांगों के समर्थन में उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को ज्ञापन सौंपा।
ऑटो-ई-रिक्शा चालक संघ के जिला अध्यक्ष नरेश दहर ने कहा कि उनकी मुख्य मांगें हैं कि सम-विषम प्रणाली को तुरंत रद्द किया जाए तथा सभी स्टैंडों पर ऑटो और ई-रिक्शा चालकों के लिए शेड और बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा ऑटो व ई-रिक्शा चालकों को परेशान करने पर रोक लगाई जाए, चालकों के लिए अलग से कमर्शियल लाइसेंस विंडो बनाई जाए, ऑटो व ई-रिक्शा खरीदने के लिए सरकारी बैंकों से ऋण की सुविधा दी जाए, सामाजिक सुरक्षा बोर्ड का गठन किया जाए, चालक की दुर्घटना में मृत्यु होने पर उसके परिजनों को 10 लाख रुपये और विकलांगता होने पर 5 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए, ऑटो व ई-रिक्शा चालकों के लिए 60 वर्ष की आयु के बाद 10 हजार रुपये मासिक पेंशन और ईएसआई सुविधा लागू की जाए।
ऑटो और ई-रिक्शा चालकों के पांच किलोमीटर लंबे विरोध मार्च के दौरान शहर में भारी यातायात जाम लग गया।
गौरतलब है कि शहर की मुख्य सड़कों पर ट्रैफिक जाम की समस्या से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने एक सितंबर से एक सप्ताह के लिए ऑड-ईवन फार्मूला लागू किया था। ऑड-ईवन वाहन फार्मूले के एक सप्ताह तक चले सफल ट्रायल के बाद जिला प्रशासन ने शहर में ऑड-ईवन व्यवस्था जारी रखने का फैसला किया है।
यह निर्णय अगस्त के अंतिम सप्ताह में उपायुक्त वीरेंद्र कुमार दहिया, पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र सिंह और पानीपत शहर के विधायक प्रमोद विज की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा एवं सुरक्षित स्कूल वाहन नीति की बैठक के दौरान लिया गयायातायात पुलिस के अनुसार, 4,300 ई-रिक्शा और 3,400 तिपहिया वाहन पंजीकृत हैं, तथापि शहर की सड़कों पर इन वाहनों की संख्या अधिक है।