पंजाब एवं हरियाणा बार काउंसिल के चेयरमैन डॉ. विजेंद्र सिंह अहलावत ने पिछले 22 दिनों से चल रहे रोहतक के वकीलों के आंदोलन को अपना समर्थन दिया है।
अहलावत ने आज रोहतक में धरना स्थल का दौरा किया, जहां जिला बार एसोसिएशन के महासचिव दीपक हुड्डा ने उन्हें स्थिति से अवगत कराया।
हुड्डा ने कहा, “बार काउंसिल के अध्यक्ष ने स्थानीय वकीलों के साथ इस मामले पर चर्चा की और फिर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (सीआईडी) से बात की, जिन्होंने उन्हें मदद और समर्थन का आश्वासन दिया।”
अहलावत ने कहा कि अगर वकीलों को पुलिस से न्याय नहीं मिला तो वे किसी दूसरी एजेंसी से जांच की मांग करेंगे। उन्होंने आंदोलनकारी वकीलों को बार काउंसिल में आमंत्रित करते हुए कहा कि वे इस मामले को सुलझाने के लिए उनके प्रतिनिधिमंडल के साथ पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के पास जाएंगे।
रोहतक के वकील एक स्थानीय वकील के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के विरोध में 2 सितंबर से ही अपना काम बंद रखे हुए हैं। शनिवार को राज्य के विभिन्न जिलों के बार एसोसिएशनों के प्रतिनिधियों की एक बैठक भी हुई।
बैठक में पंजाब, चंडीगढ़ तथा पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय की बार एसोसिएशनों को भी आंदोलन में शामिल करने का प्रस्ताव रखा गया।
अहलावत ने पहले हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और एडीजीपी (रोहतक रेंज) को पत्र लिखकर मामले की गहन और निष्पक्ष जांच की मांग की थी। हालांकि, वकील मांग कर रहे हैं कि एफआईआर से वकील का नाम हटाया जाए। स्थानीय पुलिस अधिकारी ऐसा करने को तैयार नहीं हैं, जिसके कारण मामला अभी तक सुलझ नहीं पाया है।
फिर भी, वकीलों और पुलिस अधिकारियों के बीच चल रही खींचतान के कारण हजारों मुकदमेबाजों को परेशानी उठानी पड़ रही है।