मंडी जिले के करसोग में जिला स्तरीय नलवाड़ मेले में पारंपरिक हिमाचली संस्कृति का शानदार प्रदर्शन देखने को मिला, जहां करीब 500 महिलाएं एक भव्य नाटी नृत्य प्रदर्शन के लिए एकत्रित हुईं, जिसे महानती के नाम से जाना जाता है। करसोग के सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के खेल मैदान में आयोजित यह कार्यक्रम मेले के सबसे आकर्षक आकर्षणों में से एक बनकर उभरा।
क्षेत्र के महिला मंडलों और स्वयं सहायता समूहों सहित लगभग 20 महिला समूहों द्वारा आयोजित इस बड़े पैमाने के सांस्कृतिक प्रदर्शन ने लोक परंपराओं को जीवंत कर दिया। जीवंत पारंपरिक परिधानों में सजी महिलाओं ने पूरी तरह से ताल-मेल बिठाते हुए नाटी नृत्य किया और अपनी खूबसूरती और उत्साह से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में ममेल ग्राम पंचायत के प्रधान नारायण सिंह उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान करसोग की नायब तहसीलदार शांता शुक्ला ने भाग लेने वाली महिलाओं को पारंपरिक हिमाचली स्कार्फ़, ढाठू भेंट कर सम्मानित किया, जिसे उन्होंने प्रदर्शन के दौरान गर्व से पहना।
तहसीलदार और मेला समिति के अधिकारी वरुण गुलाटी ने मुख्य अतिथि का सम्मान और प्रशंसा के तौर पर हिमाचली शॉल और टोपी भेंट कर स्वागत किया। महानाटी ने न केवल मेले में जीवंत ऊर्जा का संचार किया, बल्कि अपनी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और मनाने के लिए समुदाय के समर्पण का एक सुंदर प्रमाण भी प्रस्तुत किया।