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समालखा विधानसभा क्षेत्र में चुनावी जंग दिन-प्रतिदिन कठिन होती जा रही है

Bhupendra Singh Hooda targeted the BJP government and said that the government ignored Rohtak for 10 years.

समालखा विधानसभा क्षेत्र में चुनावी जंग दिन-ब-दिन कठिन होती जा रही है। भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर होने की संभावना है, पूर्व निर्दलीय विधायक रविंदर मच्छरोली भी एक बार फिर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं, जिससे मुकाबला दिलचस्प हो गया है।

यहां जीत हासिल करना बीजेपी का सपना है। कुल 13 विधानसभा चुनावों में से पांच बार कांग्रेस ने इस सीट पर जीत दर्ज की है, लेकिन बीजेपी यहां अपना खाता भी नहीं खोल पाई।

सांसद दीपेंद्र हुड्डा रविवार को समालखा की बिहोली अनाज मंडी में धर्म सिंह छोकर के समर्थन में एक रैली को संबोधित करते हुए।
भाजपा ने यहां से पूर्व मंत्री करतार सिंह भड़ाना के बेटे मनमोहन भड़ाना को मैदान में उतारा है और वह कांग्रेस उम्मीदवार एवं निवर्तमान विधायक धर्म सिंह छोकर को कड़ी टक्कर दे रहे हैं।

भाजपा प्रत्याशी मनमोहन भड़ाना ने रविवार को अट्टा, नारायणा, ढोडपुर और समालखा में कई सभाएं कर अपनी पार्टी के लिए वोट मांगे।

भड़ाना ने कहा कि वे समालखा के लिए नए नहीं हैं और समालखा तथा यहां के गांवों की हर छोटी-बड़ी समस्या से वाकिफ हैं। उन्होंने सभी समस्याओं के समाधान का वादा करते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति उनसे सीधे मिल सकता है। इस दौरान कांग्रेस प्रत्याशी एवं निवर्तमान विधायक धर्म सिंह छोकर ने भी लोगों का समर्थन हासिल करने के लिए विभिन्न गांवों का दौरा किया।

रविवार को रोहतक के सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने छोक्कर के समर्थन में बिहोली अनाज मंडी में एक जनसभा को संबोधित किया।

दीपेंद्र हुड्डा ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि उसने 2014 और 2019 में हरियाणा की जनता से झूठ बोला, लेकिन अब जनता अपने वोट की ताकत से भाजपा से हिसाब चुकता करने का मन बना चुकी है।

निर्दलीय उम्मीदवार ने मुकाबला रोचक बना दिया भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर होने की संभावना है, पूर्व निर्दलीय विधायक रविन्द्र माछरोली भी एक बार फिर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में हैं, जिससे मुकाबला दिलचस्प हो गया है।

यहां जीत हासिल करना बीजेपी का सपना है। कुल 13 विधानसभा चुनावों में से पांच बार कांग्रेस ने इस सीट पर जीत दर्ज की है, लेकिन बीजेपी यहां अपना खाता भी नहीं खोल पाई।

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