बहादुरगढ़ कस्बे की भाजपा नगर पार्षद और भाजपा की महिला विंग की प्रदेश उपाध्यक्ष नीना राठी ने आज पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उनके पति सतपाल राठी ने भी पार्टी छोड़ दी। वह भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष के पद पर कार्यरत थे।
वे सोमवार को रोहतक में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल होंगे। नीना ने ‘द ट्रिब्यून’ से कहा, “मैं बहादुरगढ़ विधानसभा क्षेत्र से पार्टी टिकट की दावेदारों में से एक थी, लेकिन झज्जर जिले के एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने न केवल बहादुरगढ़ बल्कि झज्जर और बेरी विधानसभा क्षेत्रों में भी टिकट आवंटन में पार्टी नेतृत्व को गुमराह किया। भाजपा छोड़ने के कुछ अन्य कारण भी हैं।”
वह 2020 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुई थीं और भाजपा संगठन में विभिन्न पदों पर रहीं। उन्होंने कहा, “मैं कल फिर से कांग्रेस में शामिल हो रही हूं।”
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को भेजे त्यागपत्र में नीना ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीतियों और देशभक्ति से प्रभावित होकर भाजपा में शामिल हुई थीं, लेकिन दुर्भाग्य से हरियाणा में कुछ क्षेत्रीय और राष्ट्रीय नेताओं ने अपने निजी हितों के लिए पार्टी की नीतियों से समझौता कर लिया।
नीना ने अपने त्यागपत्र में लिखा, “अब समय आ गया है कि मैं आगे बढ़ूं ताकि मैं लोगों के हितों की सेवा कर सकूं और अपने सिद्धांतों को बनाए रख सकूं जिसके लिए मैं राजनीति में आई थी। इसलिए मेरा इस्तीफा स्वीकार किया जाना चाहिए और इस फैसले को अंतिम माना जाना चाहिए।”
बहादुरगढ़ से टिकट पर थी नजर नीना राठी बहादुरगढ़ विधानसभा क्षेत्र से टिकट चाहने वालों में शामिल थीं, जबकि उनके पति सतपाल राठी भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष के रूप में कार्यरत थे।