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विधायक सुरेन्द्र पंवार की ईडी द्वारा गिरफ्तारी के बाद सोनीपत कांग्रेस में बड़ा ‘खालीपन’

Big 'void' in Sonipat Congress after ED arrest of MLA Surendra Panwar

पानीपत, 25 जुलाई सोनीपत में कांग्रेस को एक हफ्ते के अंदर दो बड़े झटके लगे हैं। 11 जुलाई को मेयर निखिल मदान के भाजपा में शामिल होने के बाद, दो दिन पहले कांग्रेस के मौजूदा विधायक सुरेंद्र पंवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया। इन दो घटनाओं के बाद सोनीपत विधानसभा सीट पर कांग्रेस खेमे में बड़ा ‘वैक्यूम’ पैदा हो गया है। इस ‘वैक्यूम’ को भरना पार्टी नेताओं के लिए बड़ी चुनौती होगी।

राज्य में विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है और सभी राजनीतिक दलों ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं।

2020 में कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़कर भाजपा-जजपा गठबंधन प्रत्याशी ललित बत्रा को 13,870 मतों के अंतर से हराकर जीतने वाले मेयर निखिल मदान 11 जुलाई को दिल्ली स्थित हरियाणा भवन में अपने समर्थकों के साथ केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बडोली की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हो गए।

इसके बाद कांग्रेस को बड़ा झटका तब लगा जब ईडी ने शनिवार को सोनीपत के मौजूदा विधायक सुरेंद्र पंवार को 26 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध खनन मामले में गिरफ्तार कर लिया। अंबाला की विशेष अदालत ने उन्हें नौ दिन की ईडी हिरासत में भेज दिया है।

राजनीतिक पंडितों के अनुसार सोनीपत पंजाबी बहुल सीट मानी जाती है। मदान पार्टी का पंजाबी चेहरा थे, जबकि पंवार भी मजबूत चेहरा माने जाते थे। नाम न बताने की शर्त पर पार्टी के एक नेता ने भी कहा कि फिलहाल विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी में कोई बड़ा चेहरा नहीं है। हालांकि, पंवार की गिरफ्तारी के बाद सहानुभूति उनके साथ है।

पार्टी के एक अन्य नेता ने कहा कि शहर में नेतृत्व की कोई दूसरी पंक्ति नहीं है, लेकिन ऐसी परिस्थितियों में पार्टी के पास प्लान-बी हो सकता है। उनके अनुसार पार्टी पंवार की पुत्रवधू समीक्षा पंवार को राजनीति के मैदान में उतार सकती है, जो ललित पंवार की पत्नी हैं। वे शहर के एक प्रतिष्ठित पंजाबी परिवार की बेटी हैं। ऐसी परिस्थितियों में उन्हें न केवल मतदाताओं की सहानुभूति मिलेगी, बल्कि पंजाबी वोट बैंक का भी बड़ा समर्थन मिलेगा।

राजनीतिक पंडितों का कहना है कि सोनीपत विधानसभा सीट सत्तारूढ़ भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस के लिए भी महत्वपूर्ण सीट है। हालांकि भाजपा को टिकट के दावेदार के रूप में एक और चेहरा मिल गया है, लेकिन पंवार की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस खेमे में बड़ा खालीपन पैदा हो गया है।

मौजूदा विधायक मुश्किल में सोनीपत के मौजूदा विधायक सुरेन्द्र पंवार को प्रवर्तन निदेशालय ने अवैध खनन और धन शोधन मामले में शनिवार तड़के गिरफ्तार कर लिया।

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