पटना, 25 जुलाई । नीट परीक्षा को लेकर विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है। बिहार की राजधानी पटना में ऑल स्टूडेंट्स फेडरेशन(एआईएसएफ) ने विधानसभा मार्च निकाला। इस मार्च में फेडरेशन से जुड़े युवा शामिल हुए।
प्रदर्शनकारियों ने नीट परीक्षा को लेकर केंद्र सरकार पर जोरदार निशाना साधा। छात्रों का जुलूस पटना स्थित बीएन कॉलेज से शुरू होकर कारगिल चौक, जेपी गोलंबर होते हुए विधानसभा पहुंच ही रहा था कि गांधी मैदान कारगिल चौक पर पुलिस के द्वारा प्रदर्शनकारियों को रोक दिया गया। इस दौरान काफी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।
ऑल स्टूडेंट्स फेडरेशन(एआईएसएफ) के राष्ट्रीय सचिव अमीन हमज़ा ने कहा कि हम लोग यहां पर नीट, यूजीसी, एनटीए में हुई व्यापक धांधली के खिलाफ विधानसभा मार्च निकाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा नई शिक्षा नीति 2020 के तहत तीन साल का ग्रेजुएशन डिग्री चार साल का कर दिया गया। सरकार ने विश्वविद्यालय से उनका अधिकार छीन लिया।अमीन हमजा ने सरकार से मांग की कि शिक्षा नीति में जो कमी है उसे दूर किया जाए।
वहीं, एआईएसएफ के राष्ट्रीय महासचिव विराज देवांग ने कहा कि नीट और एनटीए में जो घोटाला हुआ है उसके खिलाफ यह मार्च हो रहा है। जब से एनटीए बना है तब से ही अलग-अलग परीक्षाओं को लेकर सवाल उठे हैं और कई बार पेपर लीक हुए। इस बार नीट की परीक्षा का पेपर लीक हुआ। उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं था। इससे पहले भी एनटीए ने जो परीक्षाएं आयोजित कराई उनमें धांधली की खबरें आई हैं। यह जो धांधली एनटीए में हुई है, इसने छात्रों के जीवन को बर्बाद करने का काम किया है। हम सरकार से मांग करते हैं कि नीट को खारिज किया जाए।
विधानसभा मार्च के दौरान प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि नीट यूजी और एनटीए को खारिज किया जाए। अग्निवीर योजना वापस ली जाए। केजी से पीजी तक की शिक्षा मुफ्त लागू की जाए। बिहार के खाली पदों पर जल्द ही बहाली की जाए। नई शिक्षा नीति को खारिज कर सामान्य शिक्षा नीति लागू की जाए।
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