बिहार विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा नीत एनडीए का घोषणापत्र 30 अक्टूबर को जारी किया जा सकता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, एनडीए राज्य में घोषणापत्र को ‘विकसित बिहार’ शीर्षक के साथ जारी करेगा।
बिहार में एनडीए के घोषणापत्र में छात्र, स्वास्थ्य और कृषि क्षेत्र पर अधिक फोकस किया जा सकता है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से 25 अक्टूबर को खगड़िया में रैली के दौरान इसके संकेत दिए गए थे।
उन्होंने कहा था, “बिहार डबल इंजन से लैस होकर विकास के रास्ते पर आगे बढ़ चला है। एनडीए सरकार बिहार को आगे ले जाने के लिए तैयार है। हमारी स्पष्ट नीति है, स्कूल-कॉलेज में पढ़ाई, टाइम पर दवाई, खेतों में सिंचाई और हर घर में पानी की सप्लाई।” अमित शाह ने कहा था, “इन चार सूत्रों पर हमारा बिहार अब आगे बढ़ने वाला है।”
बिहार में एनडीए के घटक दलों में भारतीय जनता पार्टी, जनता दल (यूनाइटेड), लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल हैं।
2025 के बिहार चुनाव में मुख्य मुकाबला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और महागठबंधन के बीच है। राष्ट्रीय जनता दल के नेतृत्व वाले महागठबंधन में कांग्रेस, भाकपा, भाकपा-माले, माकपा और मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) शामिल हैं।
हालांकि, बिहार में महागठबंधन मंगलवार शाम को अपना घोषणापत्र जारी करेगा। तेजस्वी यादव पहले ही नाई, कुम्हार, बढ़ई, लोहार, माली और मोची जैसी मेहनतकश जातियों के स्वरोजगार, आर्थिक उत्थान और उन्नति के लिए 5 साल के लिए 5 लाख की एकमुश्त ब्याज रहित राशि देने की घोषणा कर चुके हैं।
महागठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने यह भी घोषणा की कि उनकी सरकार आने पर त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों और ग्राम कचहरी सदस्यों को पेंशन दी जाएगी। ग्राम कचहरी प्रतिनिधियों का 50 लाख रुपये तक का बीमा कराया जाएगा। सरकार ‘जन वितरण प्रणाली’ के तहत वित्तीय सहायता भी बढ़ाएगी और प्रति क्विंटल भुगतान की दर भी बढ़ाएगी।

