हरतालिका तीज हिंदू संस्कृति में महिलाओं के लिए समर्पित एक पावन और शुभ पर्व है, जो विशेष रूप से सुहाग, समर्पण और आध्यात्मिक साधना का प्रतीक है। देश के कई हिस्सों में हरतालिका तीज का पर्व मनाया जा रहा है। खासतौर पर बिहार और पूर्वांचल में हरतालिका तीज पर व्रत का विशेष महत्व माना जाता है। इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “हरतालिका तीज के अवसर पर बधाई एवं शुभकामनाएं। इस अवसर पर राज्यवासियों के जीवन में सुख, शांति एवं समृद्धि की कामना है।”
इस मौके पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने लिखा है, “सभी माताओं-बहनों को सौभाग्य और त्याग के प्रतीक पर्व हरतालिका तीज की हार्दिक बधाई और मंगलकामनाएं। भगवान शिव और माता पार्वती की कृपा से आपके जीवन में सुख-समृद्धि व वैभव आए।”
उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने भी बिहार के लोगों को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा है, “अखंड सौभाग्य के पावन पर्व हरतालिका तीज की प्रदेश और देश की सभी माताओं-बहनों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। माता गौरी और भगवान शंकर की कृपा से हर घर-आंगन में सुख, समृद्धि और खुशहाली हो। आपके जीवन का हर क्षण आनंदमय हो, आपकी समस्त मनोकामनाएं पूरी हों, यही कामना करता हूं।”
हरतालिका तीज का व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए अत्यंत शुभ और फलदायी माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस व्रत को श्रद्धा और नियमपूर्वक करने से माता पार्वती और भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है, जिससे महिलाओं को अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है और वैवाहिक जीवन की कठिनाइयां दूर होती हैं। पंचांग के अनुसार, यह व्रत हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को रखा जाता है।