भागलपुर, 21 अगस्त । बिहार में सभी प्रमुख नदियां उफान पर हैं। मंगलवार को भागलपुर जिले के गोपालपुर प्रखंड के इस्माइलपुर बिंद टोली तटबंध के क्षतिग्रस्त होने से गंगा नदी ने कहर मचा दिया है। तटबंध के टूटने के बाद कई गांवों में पानी प्रवेश कर गया है तथा ग्रामीण ऊंचे स्थानों पर पहुंचने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। बड़ी संख्या में ग्रामीण तटबंध पर ही आसरा लिए हुए हैं। हालांकि जिला प्रशासन इन्हें तटबंध से हटने को कह रहा है।
जल संसाधन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि भागलपुर जिले में गोपालपुर प्रखंड में इस्माइलपुर बिंद टोली तटबंध लगभग 8.15 किलोमीटर लंबा है। इसकी सुरक्षा के लिए 14 स्पर हैं जो तटबंध को सुरक्षित बनाने के लिए बनाए जाते हैं। मंगलवार को स्पर संख्या सात और आठ के बीच तटबंध क्षतिग्रस्त हो गया है, जिसके कारण नदी का पानी रिहायशी इलाकों में प्रवेश कर रहा है।
बताया जा रहा है कि गंगा के लगातार बढ़ते जलस्तर के कारण यह बांध पानी के दबाव को झेल नहीं सका। उसके बाद तटबंध ध्वस्त हो गया। तटबंध के क्षतिग्रस्त होने के बाद जिला प्रशासन ने रेस्क्यू शुरू कर दिया है। मौके पर भागलपुर के जिलाधिकारी नवल किशोर चौधरी, नवगछिया पुलिस अधीक्षक पूरन झा मौके पर कैंप कर रहे हैं।
पूरे मामले को लेकर भागलपुर के जिलाधिकारी नवल किशोर चौधरी ने कहा कि लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। अभी भी काफी संख्या में लोग तटबंध पर मौजूद हैं। जब तक लोग तटबंध को खाली नहीं करेंगे तब तक तटबंध की रिपेयरिंग नहीं हो पाएगी। सभी ग्रामीणों से अनुरोध भी किया जा रहा है कि सभी लोग कुछ दिन के लिए तटबंध को खाली कर दें।
इधर, नवगछिया पुलिस अधीक्षक पूरन झा ने कहा कि मौके पर एसडीआरएफ टीम के साथ नाव की व्यवस्था कर ली गई है। ग्रामीण को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है।
इधर, ग्रामीण सुरक्षित स्थान तलाश रहे हैं। ग्रामीण कहते हैं कि आखिर तटबंध ही एक सुरक्षित आसरा है। उन्होंने कहा कि नाव की संख्या भी काफी कम है।
इस बीच, गंगा नदी अभी भी पटना और भागलपुर में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जल संसाधन विभाग के मुताबिक, गंगा नदी पटना के गांधी घाट में 18 सेंटीमीटर तथा हाथीदह में 23 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है जबकि भागलपुर के कहलगांव में 67 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। हालांकि अगले 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में कमी आने की संभावना है।