June 4, 2025
National

बिहार : गिरिराज सिंह ने ‘स्वनिधि योजना’ की सफलता को पीएम मोदी के दूरदर्शी नजरिए का प्रभाव बताया

Bihar: Giriraj Singh said the success of ‘Swanidhi Yojana’ is the effect of PM Modi’s visionary approach

केंद्रीय कपड़ा मंत्री एवं बेगूसराय लोकसभा क्षेत्र के भारतीय जनता पार्टी के सांसद गिरिराज सिंह ने रविवार को ‘पीएम स्वनिधि’ की तारीफ की। उन्होंने योजना की सफलता को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नजरिए का नतीजा बताया। साथ ही विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जो उल्टे चश्मे से देखते हैं, उन्हें चश्मा बदलने की आवश्यकता है।

गिरिराज सिंह ने कहा, “कोरोना काल के बाद जब गरीबों के सामने बेरोजगारी का सवाल आया तो ‘पीएम स्वनिधि’ प्रोग्राम शुरू हुआ। इसमें शहरी क्षेत्र के स्ट्रीट वेंडर के लिए ऋण देने का प्रावधान हुआ। आज सौभाग्य है कि बेगूसराय में टारगेट से अधिक लोन दिया गया और 95 प्रतिशत से ज्यादा वेंडरों ने पैसे वापस किए। वहीं, कइयों ने दोबारा और तीसरी बार तक फिर पैसे लिए। यह पीएम मोदी के दूरदर्शी नजरिए का नतीजा है।”

उन्होंने कहा, “केवल बेगूसराय नहीं, पूरे बिहार, पूरे बिहार नहीं, पूरे देश में पीएम स्वनिधि प्रोग्राम ने गरीबों की जिंदगी बेहतर की है। जिन्हें नहीं दिखाई देता है, वे नहीं देखेंगे, अगर चश्मे की जरूरत हो तो चश्मा बदल लें। यह गरीबों का प्रदेश नहीं रहा। यहां गरीबों के निदान के प्रति काम हो रहा है। आज प्रधानमंत्री ने इसी कारण 25 करोड़ गरीबों को गरीबी रेखा से ऊपर निकाल दिया है।”

उल्लेखनीय है कि बेगूसराय में मोदी सरकार ने 2020 में कोविड महामारी के दौरान शहरों में फेरी लगाने वाले लोगों को 10 हजार रुपए से लेकर 50 हजार रुपए तक का गारंटी फ्री लोन देने की योजना शुरू की थी। ‘प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि’ (पीएम स्वनिधि) योजना 2020 में शुरू की थी। इस योजना का मकसद कोविड-19 महामारी के चलते हुए नुकसान की भरपाई के लिए फुटपाथ पर दुकानदारी करने वालों को सशक्त बनाना है।

लॉकडाउन के दौरान रोज कमाने-रोज खाने वाले इन स्ट्रीट वेंडर्स की तो जैसे दुनिया ही उजड़ गई थी। वापस उनकी जिंदगी को पटरी पर लाने और आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने स्ट्रीट वेंडर्स के लिए पीएम स्वनिधि योजना की शुरुआत की। इस योजना के तहत बिना गारंटी के छोटे-छोटे लोन देकर उन्हें अपने पैरों पर फिर से खड़े होने का मौका दिया गया। यह योजना आज भी फुटपाथ पर दुकानदारी करने वालों के लिए संजीवनी साबित हो रही है।

Leave feedback about this

  • Service