September 11, 2025
National

भगवान भरोसे चल रहा बिहार, कानून-व्यवस्था हुई बर्बाद : पप्पू यादव

Bihar is running on God’s mercy, law and order is ruined: Pappu Yadav

पूर्णिया से लोकसभा सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने बिहार की राजधानी पटना में हुई राजद नेता की हत्या को लेकर नीतीश सरकार से सवाल किया। उन्होंने कहा कि बिहार में चुनावी माहौल है, लेकिन राज्य भगवान भरोसे चल रहा है।

सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने आईएएनएस से बातचीत में बिहार की कानून व्यवस्था को लेकर सरकार से सवाल किया। उन्होंने कहा, “सीवान में लाली यादव की हत्या कर दी गई। एक विकलांग व्यक्ति मुन्ना (जिनके दोनों पैर काम नहीं करते थे और उनकी पत्नी भी विकलांग थीं) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह दुकान चलाकर गुजारा करते थे और उन्हें पांच गोलियां मारी गईं। मैं पूछता हूं कि बिहार में कोई कानून-व्यवस्था बची है? सभी लोग चुनावी मोड में आ गए हैं, पूरे बिहार में चुनावी माहौल है और राज्य भगवान भरोसे चल रहा है।”

उन्होंने कहा, “इन घटनाओं के बाद बिहार में चुनाव के निष्पक्ष होने की संभावना नहीं है। मुझे लगता है कि बिहार में राजनीतिक हत्याएं बढ़ जाएंगी और कौन किसे गोली मरवा देगा या खुद गोली चलवाएगा, ऐसा कुछ बोल नहीं सकते हैं। नेताओं की स्थिति बहुत खराब है और सिस्टम धाराशायी हो गया है। बिहार में आम आदमी सुरक्षित नहीं है।”

बिहार में महागठबंधन में सीट बंटवारे और मुख्यमंत्री के चेहरे पर पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने कहा, “किसी को भी यह कहने का अधिकार है कि मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री कौन होगा। लेकिन, आज मुद्दा नेतृत्व का नहीं है। असली मुद्दा एनडीए गठबंधन को हराना, भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था की रक्षा करना और बिहार की राजनीतिक राह को सही दिशा में ले जाना है।”

भारत के पड़ोसी देशों के संबंध पर पप्पू यादव ने कहा, “पिछले 11 वर्षों में भारत की विदेश नीति कमजोर हुई है। हमारा पुराना मित्र रूस भी अब पहले जैसा साथ नहीं दे रहा। पहलगाम के बाद रूस ने हमारा खुलकर समर्थन नहीं किया, केवल इजरायल ही हमारे साथ मजबूती से खड़ा रहा। हमारे पड़ोसी देशों से भी रिश्ते बिगड़ते जा रहे हैं। चीन और पाकिस्तान के साथ तनाव बना हुआ है, जबकि चीन ने नेपाल के साथ अपने संबंध मजबूत किए हैं। चीन नेपाल पर लगातार नजर रखे हुए है। इसके अलावा, पिछले 11 सालों में हम आंतरिक समस्याओं को सुलझाने में भी विफल रहे हैं, जिससे देश भीतरी कलह से जूझ रहा है।”

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