बिहार विधानसभा सत्र की सोमवार को शुरुआत हो गई। सत्र के पहले दिन सभी नव निर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई जा रही है। इस बीच, बिहार के मंत्री नितिन नबीन ने विपक्ष को नसीहत देते हुए कहा कि जनता ने संदेश दे दिया है, अब विपक्ष को उस संदेश को समझते हुए बिहार के विकास में योगदान देना चाहिए।
उन्होंने मीडिया से बातचीत में विपक्ष का सहयोग मांगते हुए कहा कि जनता ने विधानसभा चुनाव में स्पष्ट संदेश दिया है। जनता के संदेश के बाद हम सभी को बिहार के विकास में मिलकर काम करना चाहिए। विपक्ष को भी जनता ने जवाब दे दिया है।
उन्होंने विपक्ष को यह भी कहा कि सरकार की जहां कमियां हैं, विपक्ष उसे सामने लाए, हम लोग सकारात्मक रूप से उसे सुनेंगे और उसे सही रास्ते पर लाएंगे।
इधर, चुनाव में सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग कर जीतने के आरोपों पर नितिन नबीन ने कहा कि जनता का इतना करारा जवाब मिलने के बाद भी वे अगर नहीं समझते हैं, तो और दिन खराब होने वाले हैं।
वहीं, राजद विधायक आलोक मेहता ने कहा कि जनता का जनादेश हमें स्वीकार है, लेकिन यह जनादेश कैसे आया, यह जांच और समीक्षा का विषय होना चाहिए। लेकिन इतना तय है कि हमारे मुद्दों में जनसरोकार सर्वोपरि होगा। हम विपक्ष मजबूती के साथ सदन में नजर आएंगे।
उन्होंने कहा कि संख्या से कुछ नहीं होता है, हौसला होना चाहिए और वह हौसला हमारे पास है। संघर्ष के लिए हौसला जरूरी है।
बिहार में 18वीं विधानसभा का पहला सत्र सोमवार को शुरू हुआ। पांच दिसंबर तक चलने वाले सत्र में कई जरूरी काम होंगे। सोमवार को पहले दिन नवनिर्वाचित विधायकों का शपथ ग्रहण हो रहा है। विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर नरेंद्र नारायण यादव नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिला रहे हैं। सबसे पहले बिहार के उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री सम्राट चौधरी ने विधायक के रूप में शपथ ली। इसके बाद उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने शपथ ली।
सम्राट चौधरी जहां तारापुर विधानसभा क्षेत्र से जीत कर आए हैं, जबकि विजय सिन्हा लखीसराय से निर्वाचित हुए हैं।
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