आम आदमी पार्टी (आप) को दिल्ली चुनाव के नतीजों में करारा झटका लगा है। ऐसे में अरविंद केजरीवाल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें वह दावा कर रहे हैं कि ‘भाजपा हमें इस जीवनकाल में नहीं हरा सकती।’
वीडियो में अरविंद केजरीवाल का 2023 का दावा फिर से सामने आया है और दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार के बाद यह वायरल हो गया है। दरअसल, अरविंद केजरीवाल को नई दिल्ली विधानसभा सीट पर भाजपा के प्रवेश वर्मा के हाथों करारी हार मिली है।
ऐसे में अरविंद केजरीवाल का जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा का जिक्र करते हुए केजरीवाल कहते हुए सुने जा सकते हैं, “आप हमें इस जीवन में नहीं हरा सकते, दिल्ली में हमें हराने के लिए आपको एक और जन्म की आवश्यकता होगी।”
अब, नई दिल्ली में हार का सामना कर रहे केजरीवाल का ये वीडियो वायरल होने लगा है और लोग इस पर खूब मजे ले रहे हैं।
दरअसल, दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को 70 में से 48 सीटों पर बढ़त मिली हुई है, जबकि आप सिर्फ 22 सीटों पर आगे चल रही है।
आम आदमी पार्टी और उनके नेताओं का भरोसा चुनाव से पहले चरम पर था और उन्हें लगता था कि उनकी पार्टी दिल्ली में हैट्रिक लगा लेगी। लेकिन, उसे अपमानजनक और करारी हार का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली में 27 साल तक सत्ता से बाहर रहने के बाद बीजेपी ऐतिहासिक जीत हासिल करती नजर आ रही है, ऐसे में आम आदमी पार्टी के मुख्यालय में निराशा और उदासी का माहौल है। हालांकि, इसके साथ ही बीजेपी का जश्न भी जोरों पर है।
दिल्ली चुनाव के नतीजों ने केजरीवाल के पहले के बड़े दावों को ध्वस्त कर दिया है, जिससे साबित होता है कि भाजपा ने एक बार फिर राष्ट्रीय राजधानी में अपना प्रभुत्व जमा लिया है।
एक्स पर एक पोस्ट में, दिल्ली में ‘आप’ की करारी हार के बाद उसी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल, जो कभी केजरीवाल की करीबी थीं, ने टिप्पणी करते हुए लिखा कि, “अहंकार रावण का भी नहीं बचा था, (यहां तक कि रावण, अपने पूरे अहंकार के साथ, खुद को नहीं बचा सका)।”
इस करारी हार के बाद केजरीवाल के अहंकार का सोशल मीडिया पर इस तरह से मजाक उड़ाया जा रहा है।
हाई-प्रोफाइल नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र में, केजरीवाल अपनी सीट भाजपा के प्रवेश वर्मा से बड़े अंतर से हार गए हैं, जो केजरीवाल के लिए एक व्यक्तिगत और राजनीतिक झटका है। उनके विश्वस्त सहयोगियों को भी अलग-अलग सीटों पर हार का सामना करना पड़ा है। कभी केजरीवाल के राजनीतिक उत्तराधिकारी माने जाने वाले मनीष सिसोदिया जंगपुरा से चुनाव हार गए हैं।
भाजपा का वोट शेयर इस चुनाव में बढ़कर 47.01 प्रतिशत हो गया है और वहीं ‘आप’ का घटकर 43.16 प्रतिशत पर सिमट गया है। इस चुनाव के नतीजे ने ‘आप’ की कमजोरियों को उजागर कर दिया है।