शिमला, 12 जून भाजपा विधायक दल ने आज यहां आयोजित बैठक में हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव और छह विधानसभा उपचुनावों में पार्टी के प्रदर्शन की समीक्षा की। बैठक में संभावित उम्मीदवारों के नामों और तीन अन्य विधानसभा उपचुनावों की तैयारियों पर भी चर्चा की गई।
बैठक यहां विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर की अध्यक्षता में हुई। दो नवनिर्वाचित विधायक सुधीर शर्मा (धर्मशाला) और आईडी लखनपाल (बरसर) बैठक में शामिल नहीं हुए क्योंकि वे केंद्रीय पार्टी नेताओं से मिलने के लिए नई दिल्ली में थे।
दोनों भाजपा विधायकों के साथ चार नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायक – राकेश कालिया (गगरेट), अनुराधा राणा (लाहौल-स्पीति), रणजीत राणा (सुजानपुर) और विवेक शर्मा (कुटलैहड़) – कल विधानसभा में शपथ लेंगे।
कल यहां भाजपा कोर ग्रुप की बैठक भी होगी, जिसकी अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल करेंगे। यह लगभग तय है कि भाजपा तीन पूर्व निर्दलीय विधायकों – होशियार सिंह, केएल ठाकुर और आशीष शर्मा को मैदान में उतारेगी – लेकिन इस मुद्दे पर औपचारिक रूप से चर्चा हो सकती है।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि भाजपा पार्टी में शामिल हुए तीनों पूर्व निर्दलीय विधायकों को टिकट देने की अपनी प्रतिबद्धता का सम्मान करेगी। हालांकि ऐसी अटकलें हैं कि छह विधानसभा उपचुनावों में से चार में हार के कारण भाजपा को अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करना पड़ सकता है, लेकिन ऐसा होने की संभावना नहीं है। हालांकि, तीन पूर्व निर्दलीय विधायकों को टिकट आवंटन के विरोध में असंतुष्ट पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा टिकट काटे जाने का डर भाजपा को पहले से ही सता रहा है।
भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां जल्द से जल्द उम्मीदवारों के नाम तय करना चाहती हैं, क्योंकि तीन विधानसभा क्षेत्रों नालागढ़ (सोलन), हमीरपुर और देहरा (कांगड़ा) में उपचुनाव 10 जुलाई को होने हैं।
कांग्रेस विधायक दल की कल बैठक होगी जिसमें संभावित उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा होगी, हालांकि पार्टी हाईकमान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से सलाह मशविरा करके उपचुनाव के लिए टिकट फाइनल करेगा। कल की बैठक में संसदीय चुनावों में 68 विधानसभा क्षेत्रों में से 61 में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन पर भी चर्चा होने की संभावना है।
तीन उपचुनावों में एक महीने से भी कम समय बचा है, ऐसे में कांग्रेस जीत सुनिश्चित करने के लिए अपनी रणनीति तैयार करेगी ताकि विधानसभा में अपनी स्थिति और मजबूत कर सके। 68 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 38 विधायक हैं, जबकि भाजपा के 27 विधायक हैं।