N1Live Himachal देहरा, नालागढ़, हमीरपुर उपचुनाव के लिए भाजपा ने 3 पूर्व निर्दलीयों को मैदान में उतारा, बगावत का खतरा
Himachal

देहरा, नालागढ़, हमीरपुर उपचुनाव के लिए भाजपा ने 3 पूर्व निर्दलीयों को मैदान में उतारा, बगावत का खतरा

BJP fields 3 former independents for Dehra, Nalagarh, Hamirpur by-elections, threat of rebellion

शिमला, 15 जून भाजपा ने 10 जुलाई को देहरा, नालागढ़ और हमीरपुर विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले उपचुनावों के लिए तीन पूर्व निर्दलीय विधायकों को मैदान में उतारने का फैसला किया है। अब उसे अपने ही नेताओं और कार्यकर्ताओं की बगावत के आसन्न खतरे से निपटना होगा।

पूर्व मंत्री संभावनाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं देहरा में दो पूर्व मंत्री रमेश धवाला और रविंदर रवि होशियार सिंह की जीत की संभावनाओं को प्रभावित कर सकते हैं पूर्व विधायक लखविंदर राणा पहले ही केएल ठाकुर के भाजपा में दोबारा शामिल होने पर नाराजगी जता चुके हैं आशीष शर्मा को भी पूर्व विधायक और वरिष्ठ भाजपा नेता जगदेव चंद के बेटे नरेंद्र ठाकुर के विरोध का सामना करना पड़ सकता है

भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति द्वारा तीन पूर्व निर्दलीय विधायकों को टिकट देने का फैसला अपेक्षित था, लेकिन अटकलें लगाई जा रही थीं कि छह विधानसभा उपचुनावों में से चार में हार के बाद पार्टी इस मुद्दे पर पुनर्विचार कर सकती है। तीनों पूर्व विधायक विधानसभा से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए थे।

भाजपा को अपने उन नेताओं को मनाने की चुनौती का सामना करना पड़ सकता है, जिन्होंने इन तीन पूर्व निर्दलीय विधायकों के खिलाफ 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ा था। उनकी नाराजगी और चुनाव की संभावनाओं को कम करने के संभावित प्रयास एक बार फिर भाजपा को भारी पड़ सकते हैं। दरअसल, तीनों पूर्व निर्दलीय विधायकों की पृष्ठभूमि भाजपा की है और वे पार्टी का टिकट पाने के इच्छुक थे। पार्टी का टिकट न मिलने के बाद उन्होंने 2022 का विधानसभा चुनाव निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़ा था।

राज्य भाजपा नेताओं का एक वर्ग इस मुद्दे पर पुनर्विचार के पक्ष में था, लेकिन इस मामले में उनकी ज्यादा राय नहीं थी, क्योंकि यह नीतिगत फैसला हाईकमान को लेना था। होशियार सिंह को कांगड़ा के देहरा से, केएल ठाकुर को सोलन के नालागढ़ से और आशीष शर्मा को हमीरपुर सीट से मैदान में उतारा गया है।

हाल ही में गगरेट, कुटलैहड़, लाहौल-स्पीति और सुजानपुर उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवारों की हार का एक बड़ा कारण पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा क्रॉस वोटिंग थी। दरअसल, बड़सर सीट पर भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतने वाले आईडी लखनपाल ने उपचुनाव में पार्टी के कुछ नेताओं पर उनके खिलाफ काम करने का खुला आरोप लगाया है।

दिलचस्प बात यह है कि भाजपा के पूर्व विधायक केएल ठाकुर ने 2022 के विधानसभा चुनाव में पार्टी द्वारा टिकट न दिए जाने के बाद बागी उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की थी। भाजपा ने पूर्व विधायक लखविंदर राणा को मैदान में उतारा था, लेकिन ठाकुर नालागढ़ सीट से जीत गए। ठाकुर को पार्टी में फिर से शामिल किए जाने पर राणा ने पहले ही अपनी नाराजगी जाहिर कर दी थी।

देहरा में स्थिति और भी खराब है क्योंकि दो पूर्व मंत्री रमेश धवाला और रविंदर रवि इस सीट पर होशियार सिंह की जीत की संभावनाओं को बिगाड़ सकते हैं। धवाला अपनी बात कहने से नहीं हिचकिचाते और कई मौकों पर विधानसभा में अपनी ही सरकार को शर्मसार कर चुके हैं।

आशीष शर्मा को भी नरिंदर ठाकुर से विरोध का सामना करना पड़ सकता है, जिन्होंने हमीरपुर से 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। नरिंदर पूर्व विधायक हैं और वरिष्ठ भाजपा नेता जगदेव चंद के बेटे हैं।

Exit mobile version