कोलकाता, 1 मई । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को दावा किया कि लोकसभा चुनाव के पहले दो चरणों में मतदान प्रतिशत में गिरावट ने भाजपा को डरा दिया है। यह भाजपा नेताओं की बॉडी लैंग्वेज से स्पष्ट है।
सीएम ममता ने मंगलवार को मालदा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “भाजपा को भारत निर्वाचन आयोग से जानकारी मिली कि मतदान प्रतिशत में गिरावट आई है। इसलिए वे डरे हुए हैं। उन्हें एहसास हो रहा है कि प्रधानमंत्री के नाम पर जनता की अपील अब पहले जैसी नहीं रही, इसलिए उनके सुर काफी हद तक नरम हो गए हैं।”
उन्होंने यह भी दावा किया कि भाजपा तृणमूल कांग्रेस के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल की प्रगति से ईर्ष्या करती है, इसलिए वह राज्य सरकार के खिलाफ नकारात्मक प्रचार का सहारा ले रही है।
सीएम ने इस बात पर भी दुख व्यक्त किया कि उनकी पार्टी के उम्मीदवार मालदा जिले के दो लोकसभा क्षेत्रों में से किसी से भी निर्वाचित नहीं हुए।
सीएम ने जनता से पूछा, “हम मालदा जिले से कभी निर्वाचित नहीं हुए। क्या आप इस बार ट्रेंड बदल सकते हैं? क्या आप इस बार भी हमें निराश करेंगे।”
उन्होंने यह भी दावा किया कि भाजपा के चुने हुए जन प्रतिनिधि चुनाव खत्म होने के बाद पांच साल तक लोगों के साथ खड़े नहीं होते हैं। इसलिए बदलाव का और दिल्ली से भाजपा को सत्ता से उखाड़ फेंकने का समय आ गया है।