N1Live National भाजपा गरीबों के मताधिकार को छीनने की कोशिश कर रही है : वीरेंद्र सिंह
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भाजपा गरीबों के मताधिकार को छीनने की कोशिश कर रही है : वीरेंद्र सिंह

BJP is trying to snatch the voting rights of the poor: Virendra Singh

समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद वीरेंद्र सिंह ने बिहार में विशेष मतदाता गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का विरोध किया। उन्‍होंने आरोप लगाया कि भाजपा एसआईआर के जरिए गरीबों के मताधिकार को छीनने की कोशिश कर रही है।

उन्‍होंने आईएएनएस से बातचीत के दौरान कहा कि यह देश संविधान से चलता है। चुनाव आयोग एक स्वतंत्र और संवैधानिक संस्था है, जिसे कुछ विशेष अधिकार और जिम्मेदारियां दी गई हैं। इन जिम्मेदारियों में यह भी शामिल है कि देश के नागरिकों, चाहे वह अनपढ़ ही क्यों न हो, हर व्यक्ति का नाम मतदाता सूची में जोड़ा जाए और उसे मतदान का अधिकार देने के लिए एक सुचारु तंत्र बनाया जाए, ताकि वह अपने मताधिकार का उपयोग कर सके और अपनी पसंद की सरकार चुन सके। लेकिन, इसके विपरीत, भाजपा गरीबों के इस अधिकार को छीनने और उस पर डाका डालने की कोशिश कर रही है। एसआईआर के जरिए पुनरीक्षण में ऐसे दस्‍तावेज मांगे जा रहे हैं, जो लोगों के पास आसानी से उपलब्‍ध ही नहीं हैं।

तेजस्वी यादव ने दावा किया कि वोटर लिस्ट में उनका नाम नहीं है, जिसे चुनाव आयोग ने बेबुनियाद बताया। इसको लेकर उन्‍होंने कहा कि अब चुनाव आयोग ये बताए कि जिस वोटर कार्ड के जरिए तेजस्वी यादव ने अपने नामांकन का पर्चा भरा था, जिससे वह विधायक बने थे, वह वोटर कार्ड और ईपीआईसी नंबर वैध है या नहीं।

असम के मुख्‍यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के राहुल गांधी को देश विरोधी बताते हुए पाकिस्‍तान और बांग्‍लादेश के मुसलमानों के समर्थन का आरोप लगाया है। इसको लेकर वीरेंद्र सिंह ने कहा कि देहात में कहावत है कि ‘नया मुल्ला प्याज बहुत खाता है’, वह नई-नई धार्मिक पार्टी से जुड़े हैं, इसलिए वो प्याज ज्‍यादा खाएंगे। इतने बड़े घोटाले के आरोपी खुद को पाक-साफ बताते हैं, यह आश्चर्य और हास्‍यापद है।

उन्‍होंने एनसीपी (एसपी) के नेता जितेंद्र आव्हाड के सनातन पर दिए गए बयान को लेकर कहा कि सनातन का शाब्दिक अर्थ है पुरातन, जो प्राचीन काल से चला आ रहा हो। हिंदू धर्म सहिष्‍णु होता है, लेकिन कुछ छद्म हिंदू और भगवाधारी हैं, जो हिंदू धर्म को बदनाम करने के साथ ही राजनीतिक फायदा लेने की कोशिश करते हैं। इसको लेकर आपत्ति है। कोई भी धर्म आतंक का समर्थक हो नहीं सकता है।

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